एक तिनका कविता किसने व्यंग्य किया
Answers
Answered by
2
Answer:
ऐंठता तू किसलिए इतना रहा । एक तिनका है बहुत तेरे लिए ।। व्याख्या - एक तिनका कविता में कवि अयोध्या प्रसाद हरिऔध जी ने मनुष्य को घमंड न करने की नसीहत दी है। कवि कहता है कि एक बार वह बहुत घमंड से भरा हुआ था।
Similar questions