Math, asked by maahira17, 11 months ago

एक दी हुई किरण के प्रारंभिक बिन्दु पर 90\textdegree के कोण की रचना कीजिए और कारण सहित रचना की पुष्टि कीजिए।

Answers

Answered by nikitasingh79
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Answer:

Step-by-step explanation:

रचना के चरण :  

(1) O को केंद्र मानकर तथा कोई त्रिज्या लेकर एक चाप लगाइए जो किरण OA  को बिंदु B  पर प्रतिच्छेद करता है।

(2) B को केंद्र मानकर और उसी त्रिज्या, जो पहले ली गई थी से एक चाप खींचते हैं जो चरण (1) में खींचे गए चाप को बिंदु C पर प्रतिच्छेद करता है।

(3) C को केंद्र मानकर और उसी त्रिज्या, जो पहले ली गई थी से एक चाप खींचते हैं,  जो चरण (1) में खींचे गए चाप को बिंदु D पर प्रतिच्छेद करता है।

(4) C से जाने वाली किरण OE खींचते हैं।  तब ∠EOA = 60°

(5) D से जाने वाली किरण OF खींचते हैं। तब ∠FOE = 60°

(6) पुनः C तथा D को केंद्र मानकर तथा ½ CD से बड़ी त्रिज्या लेकर चाप लगाइए, जो एक दूसरे को G पर प्रतिच्छेद करते है।

(7) किरण OG खींचते हैं‌ । यह किरण OG , ∠FOE  का समद्विभाजक होती है।

अर्थात ∠FOG = ∠EOG = 1/2 ∠FOE = 1/2 (60°) = 30°

अतः ∠GOA = ∠GOE + ∠EOA  

= 30° + 60° = 90°

 

औचित्य प्रतिपादन :  

BC को मिलाते है।

तब OC = OB = BC। (रचना से)

∴   ΔCOB एक समबाहु त्रिभुज है।

तब  ∠COB =60°

∴   ∠ EOA = 60°

 

(ii) CD को मिलाते है।

तब , OD = OC = CD (रचना से)

अतः ΔDOC एक समबाहु त्रिभुज है।

तब      ∠DOC = 60°

∴     ∠ FOE = 60°    

 

(iii) CG तथा  DG को मिलाते है।

ΔODG तथा ΔOCG में,  

OD = OC (एक ही चाप की त्रिज्या)  

DG = CG (एक ही त्रिज्या के चाप)  

OG = OG   [उभयनिष्ठ]  

∴ ΔODG≅ Δ OCG  

[SSS सर्वांगसमता नियम द्वारा)      

∴ ∠DOG =∠COG (CPCT द्वारा)  

∴   ∠FOG = ∠EOG =1/2 ∠FOE = 1/2 (60°) = 30°

∠GOA = ∠GOE + ∠EOA = 30∘ + 60∘  

अतः, ∠GOA = 90°

आशा है कि यह उत्तर आपकी मदद करेगा।।।।

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