एक थाल मोतियों से भरा,
सबके सर पर औंधा धरा।
चारों ओर वह थाली फिरे,
मोती उससे एक न गिरे।
Answers
Answered by
14
एक थाल मोतियों से भरा,
सबके सर पर औंधा धरा।
चारों ओर वह थाली फिरे,
मोती उससे एक न गिरे।
इस पहेली का उत्तर है आकाश या आसमान।
एक थाल मोतियों से भरा
- यहाँ मोतियों का अर्थ है आकाश में टिमटिमाते तारे।
- रात में हजारों, शायद लाखों होते हैं।
- लेकिन दिन में हम केवल सूर्य को ही देख सकते हैं।
सबके सर पर औंधा धरा
- आकाश उलटी हुई धरती की तरह हमारे सिर के ऊपर है।
- यह हमें ब्रह्मांडीय ऊर्जाओं से बचाता है।
चारों ओर वह थाली फिरे
- आकाश छतरी की तरह, या थाली की तरह फैला हुआ है।
- पूरे आकाश को देखना हमारी पहुंच से बाहर है और हमारी क्षमताओं से परे है।
मोती उससे एक न गिरे
- तारे भले ही थाली में रखे मोतियों के समान हों, पर तारे नहीं गिरते।
- तारे हमारी पृथ्वी से आलोक वर्ष दूर हैं।
Answered by
4
Answer:
एक थाल मोतियों से भरा,
सबके सर पर औंधा धरा।
चारों ओर वह थाली फिरे,
मोती उससे एक न गिरे।
Similar questions