एकदिशीय एवं द्विदिशीय स्थानांतरण में क्या अंतर है?
Answers
Answer: विवेक कुमार साहा
Explanation:
इस प्रकार के पौधे में जल तथा खनिज लवणों के परिवहन के लिए तंत्र होता है जो जड़ से पौधों की ऊपरी भागों की और एकदिशीय पथ में गति करता है | खाद्य पदार्थों के स्थानांतरण के लिए एक अलग तंत्र होता है | जो पत्तियों से निचे की ओर अधोमुखी या संचयन अंगों ,जैसे संचयी जड़ से ऊपर की और उपरमुखी द्विदिशीय पथ में गति करता है | इस प्रकार पौधों में परिवहन के लिए दो स्वतंत्र पथ पाए जाते है | जल तथा खनिज लवण का जाइलम से होनेवाले परिवहन को भौतिक बलों (मूल दाब ,वाष्पोत्सर्जन आदि )द्वारा समझा जा सकता है ,लेकिन खाद्य पदार्थों का फ्लोएम से होनेवाले स्थानांतरण में ऊर्जा का उपयोग होता है | फ्लोएम पौधों की आवश्यकतानुसार खाद्य पदार्थों का स्थानांतरण विभिन्न भागों में करता है |
एकदिशीय एवं द्विदिशीय स्थानांतरण में निम्नलिखित अंतर है।
एकदिशीय स्थानांतरण
- इस प्रकार के पौधों में जल तथा खनिज लवणों के परिवहन के लिए एक तंत्र होता है जो जड़ से पौधों में ऊपर की ओर एक दिशा में गति करता है।
द्विदिशीय स्थानांतरण
- इस प्रकार के पौधों में खाद्य पदार्थो के स्थानांतरण के लिए एक अलग तंत्र होता है । यह तंत्र पत्तियों से नीचे की ओर ( अधोमुखी) अथवा संचयन अंगों जैसे संचयी जड़ से ऊपर की ओर (ऊपर मुखी) द्विदिशीय पथ में परिवहन करता है।
- इस प्रकार इन पौधों में दो स्वतंत्र परिवहन तंत्र पाए जाते है।जल तथा खनिज लवण का जायलाम से होने वाले परिवहन को भौतिक बलों जैसे मूल दाब , वाष्पोत्सर्जन , आदि द्वारा समझा जा सकता है परन्तु खाद्य पदार्थो का स्थानांतरण फ्लोयम से होता है।इस स्थानांतरण में ऊर्जा का उपयोग होता है। पौधों की आवश्यकतानुसार फ्लोयम पौधों के विभिन्न भागों में स्थानांतरण करता है।
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