Hindi, asked by vishnu123mca, 1 year ago

essay about our village in hindi​

Answers

Answered by MaggieSharma22
1

Answer:

शहरों की भीड़ भाड़ वाली जिंदगी से दूर भारत में गाँवो में जीवन बहुत ही सरल और सीधा साधा है. भारत के गाँवो में ज्यादातर किसान लोग ही निवास करते है क्योंकि आज भी भारत में गाँवो में आजीविका का मुख्य साधन कृषि ही है इसीलिए भारत को कृषि प्रधान देश भी कहा जाता है. भारत की जनसंख्या का आगे से भी ज्यादा हिस्सा आज भी गांव में ही निवास करता है इसलिए भारत को गाँवो का देश भी कहा जाता है.

गांव के लोग आधुनिक सुविधाओं से दूर बहुत ही साधारण जीवन यापन करते है. गांव में रहने वाले लोग अपनी आजीविका चलाने के लिए मुख्यतः कृषि पर निर्भर रहते हैं और साथ ही मुर्गी पालन, पशु पालन, मधुमक्खी पालन, मछली पालन आदि भी करते है.

गांव के लोग साधारण भोजन करते हैं वे भोजन में दूध दही और ताजा फल सब्जियों का सेवन करते है जिससे गांव के लोग हष्ट-पुष्ट रहते हैं और कम बीमार पड़ते है. गांव के लोग गरीबी रेखा से नीचे ही जीवन यापन करते है. यहां पर शहरों की तुलना में ज्यादा सुविधाएं नहीं होती है. यहां का वातावरण ठंडा और प्रदूषण मुक्त होता है यहां की हवा में ताजगी होती है क्योंकि यहां चारों ओर खेत खलियान और पेड़ पौधे होते है.

गांव के ज्यादातर लोग अनपढ़ होते हैं लेकिन जैसे-जैसे भारत विकास कर रहा है गांव में भी अब विद्यालय खुलने लगे हैं यहां पर भी शिक्षा का स्तर ऊपर उठने लगा है लेकिन भारत में जिस तेजी से गांव का विकास होना था उस तेजी से गांव का विकास नहीं हुआ है.

Answered by vaibhav92797
1

Answer:

भारत गाँवों के देश है । हमारे देश की साठ-सत्तर प्रतिशत जनसंख्या अब भी गाँवों में ही रहती है । गाँव का जीवन शहरी जीवन से अलग होता है । यहाँ की आबोहवा में जीना सचमुच आनंददायी होता है ।

गाँवों में भारतीय संस्कृति के दर्शन होते हैं । यहाँ भारत की सदियों से चली आ रही परंपराएँ आज भी विद्‌यमान हैं । यहाँ के लोगों में अपनापन और सामाजिक घनिष्ठता पाई जाती है । यहाँ खुली धूप और हवा का आनंद उठाया जा सकता है । यहाँ हरियाली और शांति होती है ।

हमारे गाँव भारत की कृषि व्यवस्था के आधार हैं । यहाँ कृषकों का निवास होता है । गाँव के चारों ओर खेत फैले होते हैं । खेतों में अनाज एवं सब्जियों उगाई जाती हैं । गाँवों में तालाब और नहरें होती हैं । इनमें संग्रहित जल से किसान फसलों की सिंचाई करते है । गाँवों में खलिहान होते हैं । यहाँ पकी फसलों को तैयार किया जाता है ।

गाँवों में खेती क अलावा पशुपालन, मुर्गीपालन, मधुमक्खी पालन जैसे व्यवसाय किए जाते हैं । पशुपालन से किसानों को अतिरिक्त आमदनी होती है तथा कृषि कार्य में सहायता मिलती है । पशुओं का गोबर खाद का काम करता है । पशु दूध देते हैं तथा बैल, भैंसा आदि पशु हल में जीते जाते हैं । कुछ पशु माल दुलाई में ग्रामवासियों की मदद करते हैं ।

गाँव का जीवन शांतिदायक होता है । यहाँ के लोग शहरी लोगों की तरह निरंतर भाग-दौड़ में नहीं लगे रहते हैं । यहाँ के लोग सुबह जल्दी जगते हैं तथा रात में जल्दी सो जाते हैं । यहाँ की वायु महानगरों की वायु की तरह अत्यधिक प्रदूषित नहीं होती । यहाँ बाग-बगीचे होते हैं जहाँ के फूलों की सुगंध हवा में व्याप्त रहती है । यहाँ भीड़- भाड़ कम होने से ध्वनि प्रदूषण भी नहीं पाया जाता है ।

गाँवों में उत्सवों और मेलों की धूम होती है । यहाँ होली, बैशाखी, पोंगल, ओणम, दीवाली, दशहरा, ईद जैसे त्योहार परंपरागत तरीके से मनाए जाते हैं । त्योहारों के अवसर पर लोग आपस में मिलते-जुलते हैं । वे लोक धुनों के नृत्य पर थिरकते हैं । गाँव के लोग आपसी सुख- दु:ख में एक-दूसरे का पूरा साथ देते हैं । गाँव के सभी लोग आपसी भाईचारे से रहते हैं । वे आपसी विवाद को अधिकतर पंचायत में ही सुलझा लेते हैं ।

भारत के गाँवों में भी अब शहरों की कई सुविधाएँ पहुंच गई हैं । यहाँ बिजली, टेलीफोन, मोबाइल फोन, कंप्यूटर, सड़क, पानी का नल जैसी सुविधाएँ पहुँच रही हैं । वहाँ के किसान आधुनिक कृषि यंत्रों का प्रयोग करने लगे हैं । अब हल बैल के स्थान पर ज्यादातर ट्रैक्टरों से खेतों की जुताई की जाती है । वहाँ भी अब स्कूल, सार्वजनिक भवन तथा अस्पताल हैं । गाँवों की गलियाँ पक्की कर दी गई


vaibhav92797: Please mark me as brainliest
Similar questions