essay in 200 words on parishram and abhyas
Answers
परिश्रम के ही बल पर मनुष्य अपना भाग्य बना सकता है। परिश्रम केवल अकेले मनुष्य के लिये ही नहीं लाभदायक होता है। हम देख सकते हैं, कि जिस देश के लोग परिश्रमी होते हैं, वह पूरा देश तरक्की प्राप्त करता है। अमरीका, चीन, रूस और जापान, इसके उदहरण हैं। छात्रों के जीवन में तो परिश्रम का बहुत अधिक महत्त्व होता है। हम देख सकते हैं कि परीक्षा में वे ही छात्र सफ़ल होते हैं जो परिश्रमी होते हैं। प्राचीन ग्रंथ, महाभारत में भी गुरू द्रोण का शिश्य अर्जुन, कठिन परिश्रम के ही द्वारा सर्वश्रेष्ठ धनुर्धर बन सका। भारत देश की स्वतंत्रता भी गांधी जी और नेहरू जी जैसे महापुरुषों के परिश्रम का फल है।
कुछ लोग सफ़लता का राज़, परिश्रम की जगह भाग्य को मानते हैं। उनका कहना होता है, कि भाग्य में जो लिखा होता है, उसे टाला नहीं जा सकता। यह बात असत्य है। मनुष्य यदि परिश्रम करे, तो होनी को भी टाल सकता है। किसी ने सत्य ही कहा है, कि परिश्रम ही सफ़लता की कुंजी है।
कड़ी मेहनत और प्रयास निबंध
Explanation:
सफलता के लिए कड़ी मेहनत सबसे महत्वपूर्ण है। बिना मेहनत के उपलब्धियां असंभव हैं। एक निष्क्रिय व्यक्ति कभी भी कुछ हासिल नहीं कर सकता है यदि वे बैठते हैं और बेहतर अवसर आने की प्रतीक्षा करते हैं। जो व्यक्ति कड़ी मेहनत कर रहा है, वह जीवन में सफलता और खुशी हासिल करने में सक्षम है। बिना मेहनत किए जीवन में कुछ भी हासिल करना आसान नहीं है।
काम करने के लिए निरंतर सतर्कता और तत्परता वह मूल्य है जो हमें जीवन में सफलता के लिए चुकाना पड़ता है। काम एक विशेषाधिकार और खुशी है, आलस्य एक विलासिता है जिसे कोई नहीं झेल सकता। मनुष्य जीवन में काम और समृद्धि के लिए पैदा हुआ है। वह स्टील की तरह उपयोग में चमकता है और बाकी हिस्सों में जंग लगाता है। काम ही पूजा है। कार्यों का मनुष्य जीवित वर्तमान में कार्य करता है। उसके लिए कोई कल नहीं था। वह सबसे अच्छा समय बनाता है। जीवन कलह से भरा है। यह प्रकृति की व्यवस्था की क्रिया, गतिविधि है।
Learn More
मेहनत और मिल-जुलकर काम करने के महत्व
https://brainly.in/question/10934397