essay in Hindi
1.पेट्रोल की कीमतें लगातार बढ़ती जा रही है जिसके कारण महंगाई ने लोगों की कमर तोड़कर रख दी है। पेट्रोल की बढ़ती कीमतों तथा सामान्य लोगों के जीवन पर इसके प्रभाव पर चिंता व्यक्त करते हुए सारगर्भित प्रस्ताव लिखिए।
need it fast (In Hindi)
Answers
कोरोना संकट के बीच भारत में तेल के दाम लगातार बढ़ रहे हैं. मंगलवार को लगातार 10वे दिन पेट्रोल और डीज़ल दोनों के दामों में इजाफ़ा हुआ.
मंगलवार को दिल्ली मे पेट्रोल 47 पैसे महंगा होकर 76.73 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गया. वहीं, डीज़ल में प्रति लीटर 57 पैसे की बढ़त हुई है. अब दिल्ली में डीज़ल 75.19 रुपये प्रति लीटर की दर से बिक रहा है.
तेल के दाम इस कदर क्यों बढ़ रहे हैं?
इस सवाल का सीधा सा जवाब ये है कि केंद्र और राज्य, दोनों सरकारें रेवेन्यू के लिए पेट्रोल और डीज़ल के टैक्स पर काफ़ी हद तक निर्भर हैं.
ऊर्जा विशेषज्ञ नरेंद्र तनेजा ने इस बारे में बीबीसी से कहा, "लॉकडाउन के दौरान देश भर में पेट्रोल और डीज़ल की मांग तेज़ी से घटी है और इसलिए सरकार के रेवेन्यू में भी तेज़ी से गिरावट आई है."
लॉकडाउन की वजह से आर्थिक गतिविधियां लगभग ठप सी हो गई हैं और इससे राष्ट्रीय ख़ज़ाना बुरी तरह प्रभावित हुआ है.
एक्सिस बैंक के प्रमुख अर्थशास्त्री सौगात भट्टाचार्य ने बीबीसी से कहा, "मौजूदा वक़्त में टैक्स के प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष स्रोत लगभग ख़त्म हो गए हैं, ऐसे में पेट्रोल-डीज़ल पर लगने वाले टैक्स को बढ़ाकर आर्थिक प्रबंधन ठीक करने की कोशिश की जा रही है. तेल पर टैक्स बढ़ाने के कुछ फ़ायदे भी हैं. जैसे कि इससे बेकार में इस्तेमाल होने वाले पेट्रोल-डीज़ल की खपत में कमी आती है. चूंकि भारत कच्चे तेल के लिए आयात पर निर्भर है ऐसे में ये पेट्रोल-डीज़ल के बेतहाशा इस्तेमाल को फ़िलहाल बर्दाश्त नहीं कर सकता."
भट्टाचार्य मानते हैं कि तेल के दाम बढ़ाना अभी सरकार के लिए दोधारी तलवार जैसा है क्योंकि उसके लिए ये तय करना मुश्किल है कि वो रेवन्यू इकट्ठा करने के रास्ते ढूंढे या महंगाई पर लगाम लगाए.
भट्टाचार्य कहते हैं, "अभी जैसी ज़रूरतें और हालात हैं, उसे देखते हुए यह रिस्क लेने लायक है."