essay on aadarsh vidyarthi
Answers
Answer:
एक आदर्श छात्र अपने राष्ट्र का धन और भविष्य है, अपने परिवार की आशा और अपने स्कूल या कॉलेज का गौरव और गौरव है। वह अपने स्वभाव, सिर और दिल के गुणों और ज्ञान के द्वारा सभी के लिए अपने आप को समाप्त कर लेता है। वह अपने शिक्षकों का सम्मान करता है और अपने वर्ग-साथियों के लिए सहायक और अनुकूल है। ऐसे अच्छे और उज्ज्वल छात्र एक संस्था के रत्न हैं। वे एक राष्ट्र के आधार स्तंभ हैं। ऐसे छात्र आदर्श नागरिक, राजनीतिज्ञ, राजनेता और नेता बनते हैं।
एक आदर्श छात्र हमेशा अकादमिक के साथ-साथ अपने कॉलेज की पाठ्येतर गतिविधियों में सक्रिय भाग लेता है। वो बहुत मेहनती है। वह अपने कर्तव्यों में चौकस और समयनिष्ठ दोनों है। वह समय पर अपने स्कूल या कॉलेज जाता है। वह नियमित रूप से अपनी कक्षा में जाता है और अपने पाठों को ध्यान से पढ़ता है। वह हमेशा अपने शिक्षकों की अच्छी किताबों में रहता था। वह अपने स्कूल या कॉलेज में प्रथम स्थान पर है। वह जीवन में हंसी का पात्र बनाता है और श्रेय अपने अल्मा मेटर को देता है।
एक आदर्श छात्र अनुशासित और आज्ञाकारी होता है। घर पर वह अपने माता-पिता का पालन करता है, और स्कूल में वह अपने शिक्षकों का पालन करता है। वह हमेशा अपने शैक्षणिक संस्थान के नियमों और विनियमों का पालन करता है। वह जीवन की अपनी रोजमर्रा की गतिविधियों में अनुशासित है। वह बुरी संगति से बचता है। वह अक्सर बुरे लड़कों को बुरे काम करने से मना करता है। वह हड़ताल और प्रदर्शनों में अपना समय और ऊर्जा बर्बाद नहीं करता है।
एक आदर्श छात्र कोई किताबी कीड़ा नहीं है। वह खेल और खेल में सक्रिय रुचि लेता है। खेल और पढ़ाई उसके साथ-साथ चलती है। वह खेलों के मूल्य और लाभों के साथ पूरी तरह से बातचीत कर रहा है। वह जानता है कि एक ध्वनि दिमाग एक ध्वनि शरीर में रहता है। वह खेलों को अपनी शिक्षा का एक अनिवार्य हिस्सा मानता है।..........ok.......plz mark branlisst.....