essay on akal pidit kisan ki atmakatha in hindi
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hello dear here is your answer and my pagalpanti also
तो यह से शुरू होती है किसान जस्सू की आत्मकथा |
जस्सू जो सीधा साधा गांव में सबसे अलग था हर काम में वो बस अपनी जान लगा देता चाहे वो घर में हो या सार्वजनिक, सब जगह चार चाँद लगा देता था | इसके साथ वो अच्छा पति , अच्छा बेटा, और अच्छा पापा भी था | गांव में अक्सर सूखा पड़ता रहता था लेकिन गांव वालो की तरह जस्सू हर नहीं मानता था हर वक़त बस सबके लिए कुछ करना है इसी आस में रात को भी काम सोया करता था | सब अच्छा था , सब सही था | लेकिन भगवान ये नहीं चाहता था कि कहानी में ट्विस्ट ही न हो तो भगवन कहानी में ट्विस्ट लाते है
क्या हुआ कि एक बार जस्सू गांव से बहार जा रहा था कि अचानक उसने किसी औरत को खुदखुशी करते देखा तो वो घबरा गया वो तुरत वह गया तो पूछा उससे कि क्या बात है तो उसने बोलै कि मेरे सुसराल वाले मुझे दहेज़ के लिए मार रहे है
ऐसे ही इस कहानी का अंत हो गया
jai ram ji ki
hehehe
smile in mirror for yourself