Essay on an ideal village in india as envisioned by mahatma gandhi
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it took me half hour to write
Explanation:
An ideal Indian village, as envisioned by Mahatma Gandhi will be a village where villagers doesn't go through discrimination on basis of what religion or caste they belong to, they do some work that are productive in nature and everyone get a minimum education , they don't not fight against each other by means violence, if needed to protest then path of non-violence is adopted. People are aware of democracy and the importance of voting and they participate in voting and elect their government . It will be a village were there are sufficient number of schools where quality education is imparted as he always support education. It will be a village where people help each other , and like cleanliness and keep their surroundings clean , it will ve a village where everyone follows rules and regulations and a village which is free of corruption
Answer:
हमारा गाँव एक बहुत ही छोटा सा गाँव हैं. जो भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के सिद्धार्थनगर जिले में स्थित हैं. मेरे गाँव का नाम सालवन हैं जहाँ पर हिंदी और भोजपुरी भाषा बोली जाती हैं. मेरा गाँव चारो तरफ से खेतों से घिरा हुआ हैं.
मेरे गाँव में सुबह के समय बहुत शान्ति होती है और सुबह में पक्षियों की चहचहाट बहुत ही मधुर लगती हैं. मेरे गाँव के सभी लोग मिलजुलकर रहते हैं. यहाँ अधिकतर संयुक्त परिवार हैं. यहाँ के लोगों का मुख्य व्यवसाय खेती और पशुपालन हैं.
मेरे गाँव में मंदिर और मस्जिद दोनों हैं, मेरे गाँव में जात पात ऊंच नींच का भेदभाव नहीं हैं. मेरे गाँव के लोग सुलझे हुए और बहुत ही समझदार लोग हैं. मेरे गाँव की सड़कों पर रोजाना सुबह साफ़ सफाई की जाती है।हमारा गाँव गंदगी मुक्त स्वच्छ गाँव हैं यहाँ 18-20 घंटे लाइट रहती हैं. मेरे गाँव में एक सरकारी व एक निजी विद्यालय हैं. मेरे गाँव की मिट्टी में एक अलग ही खूशबू है. मैं बड़ा होकर शिक्षक बनना चाहता हूँ और मैं अपने गाँव के गरीब बच्चों को पढ़ाना चाहता हूँ. मैं अपने गाँव से बहुत प्रेम करता हूँ और मेरा गाँव सबसे प्यारा हैं