Essay on badhta Pradushan 150 words
Answers
Explanation:
शहरों में बढ़ता प्रदूषण पर निबंध
Shehron mein badhta pradushan
आजकल दुनिया में प्रदूषण की मात्रा बढ़ती चली जा रही है। खासकर शहरों में तेज़ी से बढ़ता हुआ यह प्रदूषण प्रकृति, मनुष्यों और जीव जंतुओं के लिए हानिकारक है। जितनी उन्नति विज्ञान और प्रौद्योगिकी ने की है , उतना ही उसका गहरा प्रभाव गहरा प्रकृति और पर्यावरण पर पड़ा है। आज हम कई विपदाओं का सामना कर रहे है, उसमे से एक प्रदूषण भी है। जब पृथ्वी के वातावरण में गंदगी फैलाने वाले पदार्थ और वस्तु पाए जाते है, जिसके कारण जल, हवा, मिटटी जैसे प्राकृतिक संसाधन प्रदूषित हो रहे है, उसे प्रदूषण कहा जाता है। शहरों को कई दशकों से उन्नत और शक्तिशाली बनाने के लिए वन, पेड़ इत्यादि धरल्ले से काटे जा रहे है क्यों कि उसकी जगह पर बड़ी इमारत, बिल्डिंग्स, शॉपिंग मॉल, फैक्ट्रीज बनाये गए है और अभी भी बनाये जा रहे है। मनुष्य तरक्की और कामयाबी पाने के लिए अपनी ही सुन्दर प्रकृति को कई वर्षो से नुकसान पहुँचा रहा है।
दुनिया में प्रदूषण की मात्रा बढ़ती चली जा रही है खासकर शहरों में तेजी से बढ़ता हुआ या प्रदूषण प्रकृति मनुष्य और जीव-जंतुओं के लिए हानिकारक है जितनी उन्नति विज्ञान में नहीं हो रही है उससे ही उसका गहरा प्रभाव ग प्रकृति और पर्यावरण पर पड़ रहा है