Essay on clean and healthy india in hindi
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जब मैं फिल्मों में विदेशी शहरों और ग्रामीण क्षेत्रों को देखता हूं, तो मुझे आश्चर्य होता है कि यह जगह कितनी सुंदर और साफ है। स्विट्जरलैंड के बर्फीले पहाड़ों, इटली की फूलों और ऑस्ट्रेलिया के रेतीले समुद्र तटों से सजे हुए खिड़कियां हमें अपनी सुंदरता और स्वच्छता के साथ आनंद लेती हैं। हमारे भारत में ऐसी अभूतपूर्व पर्यटक स्थलों, ऐतिहासिक स्मारकों, विरासत स्थलों और राजसी महल की कोई कमी नहीं है, लेकिन वे विदेशी समकक्षों की तरह क्यों नहीं दिखते?
स्वच्छ भारत अभियान को क्लीन इंडिया मिशन या क्लीन इंडिया ड्राइव या स्वच्छ भारत अभियान भी कहा जाता है। यह एक राष्ट्रीय स्तर का अभियान है जिसे भारत सरकार द्वारा सभी पिछड़े सांविधिक कस्बों को साफ करने के लिए कवर किया जाता है। यह विशेष रूप से महात्मा गांधी की जयंती पर शुरू किया गया था क्योंकि उन्हें सपना देखा गया था और इस देश को एक स्वच्छ देश बनाने के लिए बहुत उत्सुक था। महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती तक अगले पांच सालों में स्वच्छ भारत का सपना पूरा करने के लिए भारत सरकार द्वारा फिर से भारत मिशन शुरू किया गया है। यह महात्मा गांधी की 145 वीं जयंती पर 2 अक्तूबर को 2014 में शुरू किया गया था।
हमारे भारत को साफ करने के लिए, बहुत कुछ सरल चीजें हैं जो हमें करने की आवश्यकता हैं
1. कचरे के डिब्बे में कचरा फेंकें
2. थूकना को प्रोत्साहित न करें, यदि ऐसा कर रहे हों तो तुरंत लोगों की निंदा करें।
3. प्लास्टिक कवर, प्लास्टिक के डिस्पैबल्स के उपयोग से बचें
4. जब आप शॉपिंग के लिए जाते हैं तो अपने साथ एक बैग लें, अपने आसपास के लोगों को एक ही सिखें।
5. अधिक से अधिक वृक्षों का विकास
स्वच्छ भारत अभियान को क्लीन इंडिया मिशन या क्लीन इंडिया ड्राइव या स्वच्छ भारत अभियान भी कहा जाता है। यह एक राष्ट्रीय स्तर का अभियान है जिसे भारत सरकार द्वारा सभी पिछड़े सांविधिक कस्बों को साफ करने के लिए कवर किया जाता है। यह विशेष रूप से महात्मा गांधी की जयंती पर शुरू किया गया था क्योंकि उन्हें सपना देखा गया था और इस देश को एक स्वच्छ देश बनाने के लिए बहुत उत्सुक था। महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती तक अगले पांच सालों में स्वच्छ भारत का सपना पूरा करने के लिए भारत सरकार द्वारा फिर से भारत मिशन शुरू किया गया है। यह महात्मा गांधी की 145 वीं जयंती पर 2 अक्तूबर को 2014 में शुरू किया गया था।
हमारे भारत को साफ करने के लिए, बहुत कुछ सरल चीजें हैं जो हमें करने की आवश्यकता हैं
1. कचरे के डिब्बे में कचरा फेंकें
2. थूकना को प्रोत्साहित न करें, यदि ऐसा कर रहे हों तो तुरंत लोगों की निंदा करें।
3. प्लास्टिक कवर, प्लास्टिक के डिस्पैबल्स के उपयोग से बचें
4. जब आप शॉपिंग के लिए जाते हैं तो अपने साथ एक बैग लें, अपने आसपास के लोगों को एक ही सिखें।
5. अधिक से अधिक वृक्षों का विकास
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महात्मा गाँधी का यह एक सपना था कि भारत वासी स्वच्छता के बारे में सीखें और उसका अमल करें। वे पर्यवरण को साफ रखने में ध्यान देते थे।
अगर सब नागरिक छोटे और बड़े अपने घर को और आसपास के जगहों को साफ रखें तो बीमारियाँ फैलना बंद हो जायेंगी। हमारा घर, मुल्क, और देश सुन्दर deeखेंगे। सफायी के मामले में हम हिंदुस्तानी विदेशी वासियों से बहुत पीछे हैं। भारत को स्वच्छ और साफ रखने से हमारे पैसे बचेंगे। हम देश को विकास की और ले जा सकेंगे। सफाई और स्वच्छता भारत के सभी नागरिक की एक सामाजिक जिम्मेदारी बनती है।
स्वच्छ भारत से सार्वजनिक स्वास्थ्य और सफाई बढ़ेंगे और गरीबों के पैसे भी बचेंगे। इस से भारत का आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। सिर्फ दो घंटे हर हफ़्ते लगाना है इस काम में। स्वच्छ भारत में लोग ना गंदगी करेंगे और ना करने देंगे ।
हम को गावों में और सौचालय भी बनाने होंगे। भारत की स्वच्छता की कोशिश मानव शृंखला बनकर और बढ़ेगा। अखबार, टीवी और रेडियो पर प्रसारणों और चर्चाओं लोगों की जानकारी बढ़ेगी । कुच सालों के बाद हिंदुस्तान पश्चिमी देशों के जैसे एकदम बढिया और सुन्दर हो जाएगा।
अगर सब नागरिक छोटे और बड़े अपने घर को और आसपास के जगहों को साफ रखें तो बीमारियाँ फैलना बंद हो जायेंगी। हमारा घर, मुल्क, और देश सुन्दर deeखेंगे। सफायी के मामले में हम हिंदुस्तानी विदेशी वासियों से बहुत पीछे हैं। भारत को स्वच्छ और साफ रखने से हमारे पैसे बचेंगे। हम देश को विकास की और ले जा सकेंगे। सफाई और स्वच्छता भारत के सभी नागरिक की एक सामाजिक जिम्मेदारी बनती है।
स्वच्छ भारत से सार्वजनिक स्वास्थ्य और सफाई बढ़ेंगे और गरीबों के पैसे भी बचेंगे। इस से भारत का आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। सिर्फ दो घंटे हर हफ़्ते लगाना है इस काम में। स्वच्छ भारत में लोग ना गंदगी करेंगे और ना करने देंगे ।
हम को गावों में और सौचालय भी बनाने होंगे। भारत की स्वच्छता की कोशिश मानव शृंखला बनकर और बढ़ेगा। अखबार, टीवी और रेडियो पर प्रसारणों और चर्चाओं लोगों की जानकारी बढ़ेगी । कुच सालों के बाद हिंदुस्तान पश्चिमी देशों के जैसे एकदम बढिया और सुन्दर हो जाएगा।
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