essay on diwali in hindi 200-300 words
Answers
भारत में हर एक त्योहार हर्ष और उल्लास के साथ मनाया जाता है और जब दिवाली की बात आती है तो कुछ अलग ही महौल बन जाता है। क्योंकि दिवाली का त्योहार भारत देश में सबसे ज्यादा धूम-धाम के साथ मानाया जाता है। दिवाली के त्योहार को खुशियों का त्योहार के नाम से बुलाया जाता है। तो इस त्योहार को धूम-धाम से मनाना लाज़मी है। लेकिन पिछले कुछ सालों से लग रहा है कि दिवाली का त्योहार सिर्फ पटाखों का त्योहार बनकर रह गया है। और पटाखे बिना दिवाली मनाने की कोई नहीं सोचता क्योंकि अब दिवाली का महत्तव और उसकी परिभाषा ही बदल गई है। दिवाली का असली मतलब जैसे लोग भूल ही गए हैं। लगता है पटाखे बिना दिवाली लोग मना ही नहीं सकते हैं। साथ ही पटाखों से होने वाले नुकसान को भी भूल गए हैं। दिवाली शांति और खुशियों के साथ मनाई जाती है। घरों को सजाने से लेकर स्वादिष्ट खाना बनाने में दिवाली का असली मजा है। न की पटाखों से प्रदूषण करके दिवाली का मजा खराब करके। कैसे पटाखे के बिना दीवाली मनाने के लिए आप क्या कर सकतें हैं जानने के लिए पूरा पेज पढ़े।