Essay on Gandagi Mukt Mera Gaon in hindi Its urgent, plz help
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Hey mate here is your answer
Explanation:
गांधी मुक्त मेरा गांव इसका यह मतलब है कि हमें अपना देश को साफ सुथरा रखना चाहिए और अपने खराब चीजों को को मेंटेन करना चाहिए देश को स्वच्छ और सुंदर रखना है और स्वच्छता की सबसे ज्यादा ध्यान देना है..
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thankyou
निबंध 1:
मेरा गाँव उत्तर प्रदेश के बुलंद शहर जिले में आता है। मेरा गाँव बहुत ही साफ-सुथरा है। हमारे गाँव के सभी गली मोहल्ले गन्दगी मुक्त है। हमारा गाँव हरे भरे पेड़ पौधों से भरा है। पहले हमारा गाँव इतना साफ़ और हरा भरा नहीं था। हमारे गाँव को गन्दगी मुक्त तथा हरयाली के लिए यहाँ के लोगों ने बहुत मेहनत की। गाँव को बेहतर बनाने के लिए सरकार का भी बड़ा योगदान रहा।
पहले हमारे गाँव में शौचालय की सुविधा नहीं थी। लेकिन सरकार द्वारा चलाई गई शौचालय अभियान की मदत से आज हमारे गाँव में घर घर शौचालय है। पहले हमारे गाँव में कूड़ेदान नहीं नहीं थे लेकिन अब जगह जगह कूड़ेदान मिलेंगे। हमारे गाँव के लोग कभी कूड़े को इधर उधर सड़क पे नहीं फेकते। लोग कूड़े को सिर्फ कूड़ेदान में ही डालते है।
हमारे गाँव में पक्की सड़कें तथा पानी के निकास के लिए बंद नालियां बनी हुई है। हमारे गाँव में ऐसी व्यवस्था की गई है की बारिश होने पर आने जाने के रास्तों पर कीचड़ नहीं होते तथा पानी का जमाव भी नहीं होता है जिससे मच्छरों के पनपने का खतरा भी नहीं होता। हमारे गाँव का वातावरण भी काफी शुद्ध है जिससे यहाँ के लोग कम बीमार पड़ते है। यही वजह है जो आज हमारा गाँव गन्दगी मुक्त है।
निबंध 2:
भारत सरकार के स्वच्छ भारत अभियान का मेरे गाँव ने पूरी तरह पालन किया है। आज हम गर्व से कह सकते हैं कि मेरा गाँव गंदगी मुक्त गाँव है। मेरे गाँव के सारे लोग सफाई के प्रति बेहद जागरूक हैं और मेरे गाँव के लोगों ने हमारे गाँव को स्वच्छ और गंदगी मुक्त बनाने में बेहद परिश्रम किया है।
मेरे गाँव के सरपंच बेहद समझदार और कर्मठ व्यक्ति हैं, उनकी प्रेरणा से ही हम अपने गाँव को गंदगी मुक्त कर पाए हैं। मेरे गांव के लोग कहीं पर भी रास्ते में कूड़ा-करकट नहीं फेंकते। मेरे गाँव में हर जगह थोड़ी-थोड़ी दूर पर कूड़ेदान लगे हुए हैं जो कि ग्राम पंचायत द्वारा लगवाए गए हैं। गाँव के सभी लोगों को जागरूक किया गया है, जिससे वह अपना सारा कूड़ा करकट कूड़ेदान में ही डालते हैं, सड़क पर नहीं फेंकते। मेरे गाँव की गली में सीसीटीवी कैमरे लगें हैं, यदि कोई कूड़ा फेंकते हुए पकड़ा जाता है तो उसे 500 रूपये का जुर्माना भरना पड़ता है।
जब भारत सरकार का शौचालय अभियान चला तो मेरे गाँव के लोगों ने इसका पूरा फायदा उठाया और आज मेरे गाँव के हर घर में शौचालय है। अब मेरे गाँव के किसी भी व्यक्ति को बाहर खेत-आदि में शौचालय के लिए नहीं जाना पड़ता। इससे मेरे गाँव का वातावरण स्वच्छ ही हुआ है।
मेरे गाँव में कोई भी सड़क कच्ची नहीं है। सारी सड़कें पक्की बनी है, जिससे बारिश आदि में ना ही कीचड़ जमा होता है और ना ही पानी जमा होता है। पानी के निकास के लिए बेहतरीन ढंग से नालियां बनी हुई है। भले ही हमारे गाँव में नगरपालिका जैसी कोई संस्था ना हो, लेकिन हमारे गाँव के सरपंच के प्रयासों से गाँव में यह सारे बेहतरीन कार्य हुए हैं।
मेरे गाँव कहीं पर भी खुला गड्ढा नहीं है, ना ही उसमें हम पानी जमा रखते हैं। जिससे मच्छर आदि नहीं पनपते। हर रविवार को हमारे गाँव की सामूहिक चौपाल पर सभा का आयोजन किया जाता है और गाँव के प्रगति कार्यों पर विचार विमर्श किया जाता है। इससे हम लोग निरंतर साफ सफाई के प्रति अलर्ट रहते हैं।
हमारे गाँव में 5 कर्मचारियों को नियमित रूप से झाड़ू लगाने के लिए नियुक्त किया गया है। जो पूरी मुस्तैदी से अपना कार्य करते हैं। इससे हमारे गाँव में जरा भी गंदगी जमा नहीं हो पाती। गाँव की सब्जी मंडी भी एक छोटे से मैदान में व्यवस्थित तरीके से लगाई जाती है और पूरी साफ सफाई का ध्यान रखा जाता है।
मेरे गाँव की आबोहबा भी एकदम स्वच्छ है, जिस कारण गाँव के सारे लोग स्वस्थ रहते हैं। छोटे-छोटे प्रयासों द्वारा हम अपने गाँव को स्वच्छ और गंदगी मुक्त रख पाये हैं। इसीलिये मुझे अभिमान है कि मेरा गाँव गंदगी मुक्त गाँव।