Hindi, asked by kavi232003, 1 year ago

essay on hamara desh for first standard

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Answered by Meww
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भारत पूरे विश्व में एक प्रसिद्ध देश है। भौगोलिक दृष्टि से, हमारे देश एशिया महाद्वीप के दक्षिण में स्थित है। भारत एक उच्च जनसंख्या देश है और अच्छी तरह से स्वाभाविक रूप से सभी दिशाओं से रक्षा की। यह दुनिया भर में अपनी महान सांस्कृतिक और पारंपरिक मूल्यों के लिए एक प्रसिद्ध देश है। यह दुनिया में सबसे बड़ा है जो हिमालय नामक पर्वत होता है। यह बंगाल की खाड़ी के साथ और अरब सागर के साथ पश्चिम में पूर्व में, इस तरह के हिंद महासागर के साथ दक्षिण में के रूप में तीन दिशाओं से तीन बड़े महासागरों से घिरा हुआ है। भारत एक लोकतांत्रिक देश अपनी आबादी के लिए दूसरे स्थान पर है। भारत की राष्ट्रीय भाषा हालांकि लगभग चौदह राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त भाषाओं यहां बात कर रहे हैं हिंदी है।

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Answered by Anonymous
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Explanation:

इन साखियों में कबीरदास जी कहते हैं कि हमें सज्जन पुरुष को उसके ज्ञान के आधार पर ही परखना चाहिए। अर्थात् हमें व्यक्ति की पहचान उसके बाहरी रूप से न कर के उसके अंतरिक गुणों के आधार पर करना चाहिए। हमें अगर कोई बुरी बात कह रहा है तो हमें ध्यान नहीं देना चाहिए और उसे पलटकर बुरा भी नहीं कहना चाहिए नहीं तो बात बढ़ती जाती है। अगर एक व्यक्ति गाली देता है और सामने वाला तुरंत जवाब गाली  के रूप में देता है तो इस तरह से बात बढ़ जाती है, बिगड़ जाती है। अतः हमें ऐसा नहीं करना चाहिए, उसकी कही हुई बात को तुरंत नज़र अंदाज करके वहीं खत्म कर देना चाहिए। आगे वो कहते हैं कि मनुष्य चचंल स्वभाव का होता है वह माला तो दिनभर फेरता है और प्रभुनाम लेता रहता है किन्तु उसका मन तो कही और ही भटक रहा होता है। वह हाथ से माला फेर रहा होता है और प्रभु नाम का नाटक कर रहा होता है लेकिन उसका जो असली मन है वो कहीं और भटक रहा होता है किसी और दिशा में सोच रहा होता है। अर्थात् एकाग्र मन से ईष्वर को याद करने से ही ईश्वर मिलते है। अगर आप अपने मन पर लगाम नहीं लगाएँगे उसके भटकने पर रोक नहीं लगाएँगे तो ईश्वर की प्राप्ति नहीं हो सकती।

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