essay on imandari Se Badi Koi Virasat nahi hai
Answers
Answer:
एक बहुत ही प्रसिद्ध कहावत है कि “ईमानदारी सर्वश्रेष्ठ नीति है”। हालांकि इसे अधिक प्रभावी बनाने के लिए इसका सभी के द्वारा अपने जीवन में पालन किया जाना चाहिए। विद्यार्थियों को आमतौर पर यह विषय स्कूलों में किसी भी परीक्षा या निबंध लेखन प्रतियोगिता आदि में अपने विचार प्रदर्शित करने के लिए दिए जाते हैं। हम यहाँ विद्यार्थियों की मदद करने के उद्देश्य से “ईमानदारी सर्वश्रेष्ठ नीति है”, पर कुछ सरल और साधारण निबंध उपलब्ध करा रहे हैं। इसलिए, प्यारे विद्यार्थियों आप “ईमानदारी सर्वश्रेष्ठ नीति है” पर निबंध में कोई भी निबंध अपनी जरूरत और आवश्यकता के अनुसार चुन सकते हैं।
Explanation:
इमानदारी दो शब्दों इमान और दारी से मिलकर बना है इमान का अर्थ है सत्य और दारी का अर्थ है सत्य की नीति का अनुसरण करने वाला अर्थात एक ऐसा व्यक्ति जो सत्य बोलता है।
एक ईमानदार व्यक्ति को कभी भी किसी भी व्यक्ति के सामने झूठा पड़ने का डर नहीं रहता है क्योंकि वह सत्य का साथ देते हुए अपने विचारों को पेश करता है ईमानदार व्यक्ति होने का सबसे बड़ा लाभ यही है कि हम हमें अपना झूठ याद नहीं रखना पड़ता है।
पूरे इतिहास में एक जिसे हम राजा हरिश्चंद्र के नाम से जानते हैं सबसे ईमानदार व्यक्ति रहे हैं। उनके अनुसार ईमानदारी से बड़ी कोई भी विरासत नहीं है और ना कभी हो सकती है क्योंकि एक ईमानदार व्यक्ति अपने प्रयत्नों से और अपनी सच्चाई की ताकत से हर एक परीक्षा और हरेक कठिनाई को पार कर सकता है।
ईमानदार व्यक्ति का साथ देने के लिए 100 लोग खड़े रहते हैं जो कि एक बेईमान व्यक्ति का साथ देने के लिए उसके घर के या परिवार जल्दी उसके साथ नहीं होते हैं। हालांकि आज के युग में पैसे की बहुत कीमत है लेकिन इमानदार व्यक्ति का मानना है कि इमानदारी से बड़ी कोई और विरासत हो ही नहीं सकती क्योंकि पैसा भी एक ऐसी चीज है जो अंततः खत्म ही हो जानी है लेकिन ईमानदारी एक ऐसी वस्तु या ऐसी भावना है जो तुम्हारे साथ जन्मो जन्म और के मृत्यु उपरांत भी लोगो से हम अलग करती है।
और अधिक जानें:
ईमानदारी एक जीवनशैली
https://brainly.in/question/13235898