Essay on Impact of corona on humans in Hindi
Answers
Answer:-
कोरोना वायरस ने इंसान के साथ जो किया वो है एक इंसान को दूसरे से दूर कर देना। अलगाव, क्वारंटीन, सोशल डिस्टेंसिंग जैसे शब्द अब हम आम तौर पर इस्तेमाल करने लगे हैं। सोशल मीडिया पर आपने कोरोना वायरस से जुड़ी कई तरह की तस्वीरें देखी होंगी जो हाल में वायरल भी हुई हैं। कुछ तस्वीरों में ताबूतों के साथ लोगों की लंबी कतारें देखी जा सकती हैं। तस्वीरों में दिखता है कि इंसान को एक अजीब अकेलेपन ने घेर लिया है जो मौत के बाद भी खत्म नहीं होती। मां अपने बच्चे को छू नहीं सकती, पति अपनी पत्नी को ढांढस बंधा नहीं सकता क्योंकि एक दूसरे को छूने से कोरोना का संक्रमण फैलने का डर है। ये एक अभूतपूर्व समय है, जब अगर हम अपने प्रियजनों को जीवित देखना चाहते हैं तो हमें उनसे दूर जाना ही होगा। इटली में अस्पतालों में आखिरी सांस लेने वाले कई लोग अपने परिवार वालों को देख नहीं पा रहे हैं और न ही उन्हें छू पा रहे हैं।...✌️❣️
Explanation:
कोरोना वायरस ने इंसान के साथ जो किया वो है एक इंसान को दूसरे से दूर कर देना। अलगाव, क्वारंटीन, सोशल डिस्टेंसिंग जैसे शब्द अब हम आम तौर पर इस्तेमाल करने लगे हैं। सोशल मीडिया पर आपने कोरोना वायरस से जुड़ी कई तरह की तस्वीरें देखी होंगी जो हाल में वायरल भी हुई हैं। कुछ तस्वीरों में ताबूतों के साथ लोगों की लंबी कतारें देखी जा सकती हैं। तस्वीरों में दिखता है कि इंसान को एक अजीब अकेलेपन ने घेर लिया है जो मौत के बाद भी खत्म नहीं होती। मां अपने बच्चे को छू नहीं सकती, पति अपनी पत्नी को ढांढस बंधा नहीं सकता क्योंकि एक दूसरे को छूने से कोरोना का संक्रमण फैलने का डर है। ये एक अभूतपूर्व समय है, जब अगर हम अपने प्रियजनों को जीवित देखना चाहते हैं तो हमें उनसे दूर जाना ही होगा। इटली में अस्पतालों में आखिरी सांस लेने वाले कई लोग अपने परिवार वालों को देख नहीं पा रहे हैं और न ही उन्हें छू पा रहे हैं।
कई लोगों के परिवार के सदस्य को कोरोना वायरस लील चुका है, लेकिन न तो उनके अंतिम संस्कार में कोई भी जा पा रहा है न ही उन्हें अंतिम विदाई दे पा रहा है। कोरोना वायरस ने इंसान को इंसान से दूर कर दिया है। ये किसी फिल्म के डायलॉग की तरह लग सकता है लेकिन अब ये वास्तविकता बन चुका है। अगर खुद को बचाना है तो आपको दूसरों से दूर रहना ही होगा।
बीते कुछ दिनों में क्या आपको लगा कि आप अपने मित्र को गले लगाना चाहते तो हैं लेकिन आप ऐसा कर नहीं सकते, आपकी बहन विदेश से घर लौटी है लेकिन आप जा कर उससे मुलाकात नहीं कर सकते, आप गांव जा कर अपने पिता से मिलना चाहते हैं और उनका हालचाल लेना चाहते हैं लेकिन आप ऐसा नहीं कर पा रहे, वर्क फ्रॉम होम कर रहे पति पत्नी को एकांत के पल मिलते तो हैं लेकिन एक दूसरे के नजदीक जाने में उन्हें डर लगता है।
हम ऐसे दौर में पहुंच गए हैं जहां एक दूसरे को छूने से हमें डर लगता है, किसी को छूते ही जो एक काम हम सबसे पहले करते हैं वो है अपने हाथ धोना या फिर हाथों पर सैनिटाइजर लगाना।
HOPE IT HELPS!
IF YES , MARK ME AS THE BRAINLIEST!!;-)