essay on mahan bharat ka nirman in hindi
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“महान भारत”
भूमिका:-> आर्यव्रत, हिंदुस्तान, भारत, इंडिया मेरे देश की महानता इसके नामों से ही पता चलती है। हमारा यह देश हमारे लिए स्वर्ग के समान है। किसकी गोद में हम पलकर बड़े हुए हैं, तथा इसकी अन्न,जल से हमारा पालन-पोषण हुआ है।
सीमाएं:-> भारत के उत्तर में कश्मीर से लेकर दक्षिण में कन्याकुमारी तक और पूर्व में असम से लेकर पश्चिम में गुजरात तक फैला हुआ है I उत्तर में हिमालय पर्वत भारत माता के सिर पर मुकुट के समान सुशोभित है I तथा दक्षिण में हिंद महासागर इसके चरणों को नियंत्रित होता है I मेरा प्यारा भारत संसार के बड़े राष्ट्रों में से एक है I भारतीय संसार का सबसे बड़ा प्रजातांत्रिक राष्ट्र है जनसंख्या की दृष्टि से भारत का संसार के देशों में दूसरा स्थान है।
विश्व गुरु के रूप में भारत:-> भारत सदियों से ही राष्ट्र का मार्गदर्शन करता चला आ रहा है। हमारे प्राचीन ऋषि-मुनियों ने वेदों की रचना की तथा पूरे विश्व को ज्ञान दिया। हमारे वेद पुराण और प्राचीन ग्रंथ तथा गीत पूरे विश्व का मार्गदर्शन करते हैं।
प्रजातंत्र:->भारतीय प्रजातंत्र विश्व का सबसे बड़ा तथा तीसरी दुनिया का सबसे मजबूत प्रजातंत्र है, भारत में पंचायती शासन के रूप में प्रजातंत्र किसी न किसी रूप में सदा से हो रहा है I विश्व का सबसे बड़ा लिखित संविधान हमारे पास है स्वतंत्र एवं निष्पक्ष न्यायपालिका निर्भीक एवं जागरूकता हमारे प्रजातंत्र की जान है।
विकसित भारत:-> आजादी के बाद हमारे देश में बहुत उन्नति की है पहले हमारे देश में एक सुई तक नहीं बनती थी लेकिन आज हमारे देश इतने विकास किया है कि आज हम अपने ही उपग्रह बनाकर के अंतरिक्ष में छोड़ रहे हैं। आज भारत की गिनती विकसित राष्ट्रों में होने लगी है। देश में शिक्षा का प्रचार हो रहा है और सभी लोग शिक्षित हो रहे हैं। आज भारतीय सरकार के द्वारा अनेक योजनाओं के माध्यम से लोगों को जागरुक तथा शिक्षित किया जा रहा है। आठवीं कक्षा तक के बच्चों के लिए निशुल्क शिक्षा दी जाती है तथा गरीब लोगों के लिए निशुल्क स्वास्थ्य सुविधाएं दी जाती हैं और भी बहुत सी योजनाएं हैं जो लोगों के लिए बहुत ही लाभकारी हैं I आज हमारा यह राष्ट्र लगातार उन्नति के पथ पर अग्रसर हो रहा है।
उपसंहार:-> उन्नति की ओर बढ़ते इस भारत के कदमों में भी आज भ्रष्टाचार रूपी दीमक लग चुका है, जो कि बढ़ते भारत के लिए खतरा है I अत: हम सबको इस दीमक रूपी भ्रष्टाचार को मिटाना होगा। तभी हमारा देश उन्नति के पथ पर अग्रसर हो सकता है।