essay on manoranjan ke sadhan
Answers
Answered by
16
Manoranjan ke adhunik and prachin sadhan essay (nibandh) in hindi आज के इस समय में हर इंसान भाग रहा है, आज का भारी भरकम काम और उस काम में पहले बने रहने की होड़ इंसान को बुरी तरह थका देती है. जिस तरह से शरीर के लगातार काम करते रहने के बाद उसे आराम और भोजन की जरूरत होती है. उसी प्रकार मन और दिमाग को भी आराम की जरूरत होती है, उसके लिए मनोरंजन की जरूरत होती है. लगातार काम करते रहने के लिए मनोरंजन बहुत जरूरी है. आज हम आपको कुछ ऐसे ही मनोरंजन के साधनों के बारे में बता रहे है.
समय और सभ्यता के हिसाब से मनोरंजन के साधनों में बदलाव आते रहे है. पहले के समय में आज की तरह टेलीविजन, मोबाइल फ़ोन, इंटरनेट, आदि चीजे उपलब्ध नहीं थी. मनोरंजन के कई प्रकार के दुसरे साधन हुआ करते थे, जिसे लोग अलग अलग तरह से उपयोग में लेते थे. पहले घुड़सवारी, शतरंज, चौपाल, ढोलक, और कई सारे क्षेत्रीय संगीतो के माध्यम से लोग अपने शौक के अनुसार चीजो का उपयोग करके मनोरंजन करते थे.
समय और सभ्यता के हिसाब से मनोरंजन के साधनों में बदलाव आते रहे है. पहले के समय में आज की तरह टेलीविजन, मोबाइल फ़ोन, इंटरनेट, आदि चीजे उपलब्ध नहीं थी. मनोरंजन के कई प्रकार के दुसरे साधन हुआ करते थे, जिसे लोग अलग अलग तरह से उपयोग में लेते थे. पहले घुड़सवारी, शतरंज, चौपाल, ढोलक, और कई सारे क्षेत्रीय संगीतो के माध्यम से लोग अपने शौक के अनुसार चीजो का उपयोग करके मनोरंजन करते थे.
Answered by
1
Answer:
Anand Manoranjan Ke sadhan Punjabi se Punjabi
Similar questions