essay on matdan (150words,in hindi)
Answers
Hey, here ur ans
मतदान (Voting) निर्णय लेने या अपना विचार प्रकट करने की एक विधि है जिसके द्वारा कोई समूह (जैसे कोई निर्वाचन क्षेत्र या किसी मिलन में इकट्ठे लोग) विचार-विनिमय तथा बहस के बाद कोई निर्णय ले पाते हैं। मतदान की व्यवस्था के द्वारा किसी वर्ग या समाज का सदस्य राज्य की संसद या विधानसभा में अपना प्रतिनिधि चुनने या किसी अधिकारी के निर्वाचन में अपनी इच्छा या किसी प्रस्ताव पर अपना निर्णय प्रकट करता है। इस दृष्टि से यह व्यवस्था सभी चुनावों तथा सभी संसदीय या प्रत्यक्ष विधिनिर्माण में प्रयुक्त होती है। अधिनायकवादी सरकार में अधिनायक द्वारा पहले से लिए गए निर्णयों पर व्यक्ति को अपना मत प्रकट करने के लिये कहा जा सकता है, परंतु अपने निर्णयों को आरोपित करने के अधिनायक के विभिन्न ढंग इस प्रकार के मतदान को केवल औपचारिक प्रविधि तक समीती कर देते हैं। जनतंत्रात्मक सरकार में ही मतदान को प्रमुख क्षेत्र तथा महत्व प्राप्त होता है।
Hope it helps...
Mark my ans as brainliest....
मतदान करना सभी का नैतिक धर्म है । आज भी लोग अपने अपने सुखो में खोये हुए है की वह लोग मतदान को मामुली समझते है ।आज कई नेता पैसे खिलाकर जितते है ।
इसमे जितना उन भष्ट्र नेता ओका गुन्हा है उतनाही उन मतदाता ओका गुन्हा होता है जो पैसे लेकर मतदान करते है ।
इसिलिए गरीबो को न्याय नही मिलता,गरीब गरीब रहते है और अमीर अमीर बनते है । इसिलिए सभी को अपना मतदान अच्छे से अच्छे नेता को देना चाहीए ।
■क्योकी हर किसी का मत अनमोल होता है ।■