Essay on Meri dincharya mein muhavare ka prayog
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Explanation:
मैं विद्यार्थी हूँ इसलिए मेरी दिनचर्या बड़ी साधारण और बंधी-बंधाई है । एक बार मेरे प्रिंसिपल ने एक भाषण के दौरान प्रातःकाल जल्दी उठने के लाभ बताये थे और कहा था कि ऐसा करने पर स्वास्थ्य, धन और बुद्धिमता जैसे जीवन के तीन मुख्य वरदान स्वत: प्राप्त हो जाते हैं । तब से मै हर दिन बड़े सवेरे बिस्तर से उठने लगा हूँ ।
प्रातःकाल का कार्यक्रम:
उषाकाल में उठकर मैं शोच आदि से निपट कर ठंडे पानी से स्नान करता हूँ और स्वच्छ कपड़े पहन कर निकट के मंदिर में जाता हूँ । मेरी माँ की इच्छा है कि मैं ईश्वर की प्रार्थना के बाद ही दिन का काम प्रारभ करू । मंदिर से घर लौट कर मैं स्नान करता हूँ ।
नाश्ते में दो बिस्कुट या एक डबलरोटी का टुकड़ा और एक गिलास दूध पीता हूँ । तब तक प्रात: के सात बज जाते है । मैं अब पढने बैठ जाता हूँ और दस बजे तक पढ़ाई करता हूँ । इन तीन घंटो के दौरान मैं विभिन्न विषयों पर दिया गया होम वर्क पूरा कर लेता हूँ तथा पिछले दिन पढ़ाये गए पाठ को दोहरा लेता हूँ और उस दिन की पढ़ाई भी पहले से पड़ कर तैयार कर लेता हूँ ।