Essay on obedience in hindi
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यह कर्त्तव्यपालन का एक पहलू है । यह दासता की प्रवृत्ति से बिल्कुल भिन्न है, क्योंकि दासता की प्रकृति का अर्थ पराधोनता की मनस्थिति होता है । बडों का आज्ञा न मानना कर्तव्य-विमुखता है । प्रत्येक लड़के और लड़की का पुनीत कर्त्तव्य है कि वह अपनै मां-बाप, अध्यापकों तथा बड़े-बुजुर्गों की आज्ञा खुशी से माने ।
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