essay on online classes during lockdown in hindi
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भाई ऑनलाइन क्लासेस का हालत खराब है।ऑनलाइन क्लास में जब बच्चे से कोई सवाल पूछा जाता है कि बेटा इसका सवाल जो बच्चा बोलता है कि सर सर आवाज सुनाई नहीं दे रहा है सर सर नेटवर्क खराब है सर सॉरी सर आपका आवाज नहीं सुनाई दे रहा है मैं डिस्कनेक्ट हो पा रहा हूं जा रहा हूं।पचा एसएस बहाने मारते ऑनलाइन क्लासेस में क्या बोलूं मतलब नाश्ते से तो पेट फूल जाता है मेरा
Answer- लॉकडाउन में स्कूल-कॉलेज सभी बंद हैं. ऐसे में बच्चों की पढ़ाई का काफी नुकसान हो रहा है. ज्यादा नुकसान ना हो इसलिए स्कूल-कॉलेज ऑनलाइन क्लासेस ले रहे हैं. लेकिन इसमें काफी दिक्कतें भी आ रही हैं. बच्चों से जानिए क्या हैं ये दिक्कतें.
कोरोना वायरस की वजह से स्कूल-कॉलेज, कोचिंग सेंटर्स सभी बंद पड़े हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आप अपनी पढ़ाई से दूर रहें। भले ही आप फिजिकल क्लासरूम से दूर हैं, लेकिन ऐसी स्थिति में ई-लर्निंग प्लेटफॉर्म की मदद ले सकते हैं। मिनिस्ट्री ऑफ ह्यूमन रिसोर्स डेवलपमेंट (एमएचआरडी) ने यूजीसी, आइयूसीज, इंफॉर्मेशन ऐंड लाइब्रेरी नेटवर्क, सीईसी आदि के साथ मिलकर आइसीटी (इंफॉर्मेशन ऐंड कम्युनिकेशंस टेक्नोलॉजी) के तहत कई ऐसे डिजिटल प्लेटफॉर्म की शुरुआत की है, जहां हर वर्ग के स्टूडेंट्स, टीचर्स, स्कॉलर आदि के लिए ई-कंटेंट, ई-बुक्स, वीडियो लेक्चर आदि की भरमार है।
अच्छी बात यह है कि इन्हें आप फ्री में एक्सेस कर सकते हैं। आइसीटी के तहत लाए गए डिजिटल प्लेटफॉर्म की खासियत है कि इसके तहत बहुत सारे सब्जेक्ट्स और कोर्सेज कवर किए गए हैं, जो तकरीबन हर वर्ग के स्टूडेंट के लिए बेहद उपयोगी हो सकते हैं।
स्वयं ऑनलाइन प्लेटफॉर्म : यह स्टूडेंट्स के लिए बेहद उपयोगी प्लेटफॉर्म है, जिसे एमएचआरडी द्वारा शुरू किया गया है। यह ऑनलाइन कोर्सेज के लिए है। यहां पर कक्षा 9 से पोस्ट ग्रेजुएट तक पढ़ाए जाने वाले कोर्सेज को एक्सेस किया जा सकता है। कोर्सेज इंटरैक्टिव हैं, जिन्हें इन विषयों के सर्वश्रेष्ठ शिक्षकों द्वारा तैयार किया गया है। स्टूडेंट्स के लिए यहां पर वीडियो लेक्चर, रीडिंग मैटीरियल, सेल्फ असेसमेंट और ऑनलाइन डिस्कशन फोरम है। डिस्कशन फोरम पर स्टूडेंट्स कोर्स से संबंधित समस्याओं का निदान भी हासिल कर सकते हैं।
बच्चों को कोचिंग के लिए नहीं जाना पड़ रहा है व आने-जाने का समय बच रहा है।
ऑनलाइन क्लासेस से बच्चों को थकान नहीं हो रही व घर पर ही बच्चे पढ़ाई कर पा रहे हैं।
ऑनलाइन क्लासेस से नुकसान की बात की जाए तो बच्चों को क्लास जैसा वातावरण नहीं मिल पा रहा है।
ऑनलाइन क्लासेस में टीचर्स के साथ इंटरेक्ट नहीं कर पाते।
आपके साथ बहुत सारे दूसरे-दूसरे स्टूडेंट भी टीचर से सवालात करते हैं और आप मैसेज करते हैं तो हो सकता है कि अध्यापक आपके मैसेज न पढ़ पाए।
मोबाइल, लैपटॉप व टैबलेट का ज्यादा उपयोग बढ़ गया है जिससे स्क्रीन टाइम बढ़ने से आंखों पर इसका असर पड़ने का खतरा है।
जहां माता-पिता अपने बच्चों को मोबाइल से दूर रखना चाहते हैं, वहीं ऑनलाइन क्लासेस से बच्चों को मोबाइल दिया जा रहा है।