Essay on our environment in hindi
Answers
हैलो दोस्त!
आशा है कि मेरा जवाब आपकी मदद करेगा!
एक माहौल में सभी प्राकृतिक संसाधन शामिल होते हैं जो हमें कई तरीकों से मदद करने के लिए घेरते हैं। यह हमें बढ़ने और विकसित करने के लिए बेहतर माध्यम प्रदान करता है। यह हमें उन सभी चीजें देता है जिन्हें हमें इस ग्रह पर अपना जीवन जीने की जरूरत है। हालांकि, हमारे पर्यावरण को हमेशा के लिए बनाए रखने के लिए, हमेशा के लिए अपने जीवन पोषण और हमारे जीवन को बर्बाद करने के लिए कुछ मदद की ज़रूरत नहीं है। मानव निर्मित तकनीकी आपदा के कारण हमारे पर्यावरण के तत्व प्रतिदिन दिन में गिरावट आ रहे हैं।
हमें पृथ्वी पर जीवन जारी रखने के लिए अपने पर्यावरण की मौलिकता को बनाए रखने की जरूरत है, केवल एक ही जगह जहां पूरे ब्रह्मांड में जीवन संभव है। विश्व पर्यावरण दिवस पर्यावरण संरक्षण और स्वच्छता की दिशा में पूरी दुनिया में जन जागरूकता फैलाने के लिए हर साल 5 जून को एक अभियान मनाया जाता है। हमें उत्सव के विषय को जानने के लिए अभियान उत्सव में भाग लेना चाहिए, हमारे पर्यावरण को बचाने के तरीके जानने के लिए और दिन में पर्यावरण को कम करने वाली सभी बुरी आदतों के बारे में जागरूक होना चाहिए।
पढ़ना जारी रखें......
हम पृथ्वी पर हर व्यक्ति द्वारा उठाए गए छोटे कदम के साथ अपने पर्यावरण को बहुत आसान तरीके से बचा सकते हैं। हमें कचरे की मात्रा को कम करना चाहिए, केवल कचरे को अपने स्थान पर फेंकना चाहिए, पॉली बैग का उपयोग करना बंद करें, कुछ पुराने चीजों को नए तरीकों से पुन: उपयोग करें, इसे फेंकने की जगह टूटी चीजों की मरम्मत करें और उपयोग करें, देखें कि उन्हें सुधारने में कितना समय लगेगा, रिचार्जेबल बैटरी या अक्षय क्षारीय बैटरी का उपयोग करें, फ्लोरोसेंट लाइट, वर्षा जल संरक्षण का उपयोग करें, पानी की बर्बादी को कम करें, ऊर्जा संरक्षण, बिजली का न्यूनतम उपयोग इत्यादि।
... उम्मीद है कि पर्याप्त होगा!
Answer:
सभी प्रकार के प्राकृतिक तत्व जो जीवन को सम्भव बनाते हैं वह पर्यावरण के अन्तर्गत आते हैं जैसे- पानी, हवा, भूमि, प्रकाश, आग, जंगल, जानवर, पेड़ इत्यादि। ऐसा माना जाता है की पृथ्वी ही एक ऐसा ग्रह है जिस पर जीवन है तथा जीवन के अस्तित्व को बनाए रखने के लिए, पर्यावरण है।
पर्यावरण प्रदुषण का हमारे जीवन पर प्रभाव
पर्यावरण के अभाव में जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती तथा हमें भविष्य में जीवन को बचाये रखने के लिए पर्यावरण की सुरक्षा को सुनिश्चित करना होगा। यह पृथ्वी पर निवास करने वाले प्रत्येक व्यक्ति की ज़िम्मेदारी है। हर व्यक्ति सामने आये तथा पर्यावरण संरक्षण के मुहिम का हिस्सा बने।
पृथ्वी पर विभिन्न चक्र है जो नियमित तौर पर पर्यावरण और जीवित चीजों के मध्य घटित होकर प्रकृति का संतुलन बनाये रखते हैं। जैसे ही यह चक्र विक्षुब्ध (Disturb) होता है पर्यावरण संतुलन भी उससे विक्षुब्ध होता है जो निश्चित रूप से मानव जीवन को प्रभावित करता है। हमारा पर्यावरण हमें पृथ्वी पर हजारों वर्ष तक पनपने तथा विकसित होने में मदद करता है, वैसे ही जैसे की मनुष्य को प्रकृति द्वारा बनाया गया पृथ्वी का सबसे बुद्धिमान प्राणी माना जाता है, उन में ब्रम्हांड के तथ्यों को जानने की बहुत उत्सुकता होती है जो की उन्हें तकनीकी उन्नति की ओर अग्रसर करता है।
हम सभी के जीवन में इस तरह की तकनीक प्रगति हुई है, जो दिन प्रतिदिन जीवन की संभावनाओं को खतरे में डाल रहीं हैं तथा पर्यावरण को नष्ट कर रहे हैं। जिस तरह से प्राकृतिक हवा, पानी, और मिट्टी दुषित हो रहे हैं, ऐसा प्रतीत होता है जैसे यह एक दिन हमें बहुत हानि पहुंच सकता है। यहाँ तक की इसने अपना बुरा प्रभाव मनुष्य, जानवर, पेड़ तथा अन्य जैविक प्राणी पर दिखाना शुरू भी कर दिया है। कृत्रिम रूप से तैयार खाद तथा हानिकारक रसायनों का उपयोग मिट्टी की उर्वरकता को नष्ट करता है, तथा हम जो रोज खाना खाते है उसके माध्यम से हमारे शरीर में एकत्र होता जाता है। औद्योगिक कम्पनीयों से निकलने वाला हानिकारक धुंआ हमारे प्राकृतिक हवा को दुषित करती हैं जिससे हमारा स्वास्थय प्रभावित होता है, क्योंकि हमेशा हम सांस के माध्यम से इसे ग्रहण करते हैं।
प्रदुषण में वृद्धि, प्राकृतिक स्त्रोत में तेजी से कमी का मुख्य कारण है, इससे न केवल वन्यजीवों और पेड़ों को नुकसान हुआ है बल्की उन्होंने ईको सिस्टम को भी बाधित किया है। आधुनिक जीवन के इस व्यस्तता में हमें कुछ बुरे आदतों पर ध्यान देना आवश्यक है जो हम दैनिक जीवन में करते हैं।
यह सत्य है की हमारे नष्ट होते पर्यावरण के लिए हमारे द्वारा किया गया छोटा प्रयास बड़ा सकारात्मक बदलाव कर सकता है। हमें अपने स्वार्थ की पूर्ति तथा विनाशकारी कामनाओं के लिए प्राकृतिक संसाधनों का गलत उपयोग नहीं करना चाहिए। हमें हमारे जीवन को बेहतर बनाने के लिए विज्ञान तथा तकनीक को विकसित करना चाहिए पर हमेशा इस बात का ध्यान रखना चाहिए की यह भविष्य में पर्यावरण को किसी भी प्रकार से नुकसान न पहुचाएं।
निष्कर्ष
आधुनिक तकनीक परिस्थिकिय संतुलन को भविष्य में कभी विक्षुब्ध न करें हमें इस बात का खयाल रखना चाहिए। समय आ चुका है कि हम प्राकृतिक संसाधनों का अपव्यय बंद करें और उनका विवेकपूर्ण तरह से उपयोग करें।