essay on parisar or environment in hindi ( 10 lines)
Answers
Hi your answer..
1. पर्यावरण का अर्थ है सभी प्राकृतिक वातावरण जैसे की भूमि, वायु, जल, पौधे, पशु हो। सामग्री कचरा, धूप, जंगल, हरियाली, खेत, खलिहान और अन्य सभी प्राकृतिक वस्तु को प्राकृतिक वातावरण कहा जाता है।
1. पर्यावरण का अर्थ है सभी प्राकृतिक वातावरण जैसे की भूमि, वायु, जल, पौधे, पशु हो। सामग्री कचरा, धूप, जंगल, हरियाली, खेत, खलिहान और अन्य सभी प्राकृतिक वस्तु को प्राकृतिक वातावरण कहा जाता है।2. हमारे आस पास के प्राकृतिक संसाधन की वजह से हमारा जीवन सम्पूर्ण होता है या यह कह सकते है कि हमारा जीवन बिना प्राकृतिक संसाधनों के असंभव है।
1. पर्यावरण का अर्थ है सभी प्राकृतिक वातावरण जैसे की भूमि, वायु, जल, पौधे, पशु हो। सामग्री कचरा, धूप, जंगल, हरियाली, खेत, खलिहान और अन्य सभी प्राकृतिक वस्तु को प्राकृतिक वातावरण कहा जाता है।2. हमारे आस पास के प्राकृतिक संसाधन की वजह से हमारा जीवन सम्पूर्ण होता है या यह कह सकते है कि हमारा जीवन बिना प्राकृतिक संसाधनों के असंभव है।3. प्रकृति का स्वस्थ होना मानव के जीवन का सबसे अहम भाग है। स्वस्थ वातावरण पर्यावरण को संतुलित बनाए रखने में बहुत योगदान देता है।
4. पृथ्वी पर सभी जैविक और अजैविक चीजों जैसे की पेड़, झाड़ियों, बगीचा, नदी, झील, हवा, धूप की किरण आदि शामिल है।
4. पृथ्वी पर सभी जैविक और अजैविक चीजों जैसे की पेड़, झाड़ियों, बगीचा, नदी, झील, हवा, धूप की किरण आदि शामिल है।5. स्वस्थ वातावरण प्रकृति के संतुलन को बनाए रखता है और साथ ही साथ पृथ्वी पर सभी जीवित चीजों को बढ़ने, पोषित और विकसित करने में मदद करता है।
4. पृथ्वी पर सभी जैविक और अजैविक चीजों जैसे की पेड़, झाड़ियों, बगीचा, नदी, झील, हवा, धूप की किरण आदि शामिल है।5. स्वस्थ वातावरण प्रकृति के संतुलन को बनाए रखता है और साथ ही साथ पृथ्वी पर सभी जीवित चीजों को बढ़ने, पोषित और विकसित करने में मदद करता है।6. लेकिन आज के समय के अनुसार औद्योगिक क्षेत्र की उन्नति के परिणाम स्वरूप मानव निर्मित प्रदूषण को कई प्रकार से विकृत कर रहा है जो कि प्राकृतिक के संतुलन को बिगाड़ कर रख रही है।
7. यदि कोई भी व्यक्ति प्रकृति के अनुशासन को खराब करते हैं तो ये पूरे वातावरण के माहौल को जैसे की वायु-मंडल, जलमंडल और स्थलमंडल को अस्तव्यस्त करती है।
7. यदि कोई भी व्यक्ति प्रकृति के अनुशासन को खराब करते हैं तो ये पूरे वातावरण के माहौल को जैसे की वायु-मंडल, जलमंडल और स्थलमंडल को अस्तव्यस्त करती है।8. मानव निर्मित वातावरण इस पर्यावरण को काफी हद तक प्रभावित करता है जिसे हम सभी को पेड़ पौधे लगा कर बचना है और लोगों को वृक्ष लगाने के लिए उकसाना है।
7. यदि कोई भी व्यक्ति प्रकृति के अनुशासन को खराब करते हैं तो ये पूरे वातावरण के माहौल को जैसे की वायु-मंडल, जलमंडल और स्थलमंडल को अस्तव्यस्त करती है।8. मानव निर्मित वातावरण इस पर्यावरण को काफी हद तक प्रभावित करता है जिसे हम सभी को पेड़ पौधे लगा कर बचना है और लोगों को वृक्ष लगाने के लिए उकसाना है।9. प्राकृतिक वातावरण को घटक संसाधन के रूप में उपयोग किया जाता है हालाँकि कुछ बुनियादी भौतिक जरूरतें और जीवन के उद्देश्य को पूरा करने के लिए इंसान द्वारा इसका शोषण किया जाता है।
7. यदि कोई भी व्यक्ति प्रकृति के अनुशासन को खराब करते हैं तो ये पूरे वातावरण के माहौल को जैसे की वायु-मंडल, जलमंडल और स्थलमंडल को अस्तव्यस्त करती है।8. मानव निर्मित वातावरण इस पर्यावरण को काफी हद तक प्रभावित करता है जिसे हम सभी को पेड़ पौधे लगा कर बचना है और लोगों को वृक्ष लगाने के लिए उकसाना है।9. प्राकृतिक वातावरण को घटक संसाधन के रूप में उपयोग किया जाता है हालाँकि कुछ बुनियादी भौतिक जरूरतें और जीवन के उद्देश्य को पूरा करने के लिए इंसान द्वारा इसका शोषण किया जाता है।10. पर्यावरण में वायु प्रदूषण, जल प्रदूषण, मृदा प्रदूषण आदि को रोकने के लिए कठोर से कठोर नियम लागू करना चाहिए और सभी आम जनता को इधर उधर अपशिष्ट डालने में रोक लगानी चाहिए।
I hope it will help you.. please mark me as brainlist..
Thanks ☺️
#regards#