Hindi, asked by aashi694, 9 months ago

essay on republic day in sanskrit with hindi​

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Answered by Anonymous
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ESSAY IN SANSKRIT.

खिस्तीयवर्षानुसारं जनवरीमासस्य षड्विंशे दिवसे अस्माकं देशे गणतन्त्रदिवसः ससमारोह सम्भाव्यते । अयं हि दिवसो भारतेतिहासेऽतीवमहत्त्वपूर्णः । पञ्चाशदधिकैकोनविंशतिशततमे खिस्तीयवर्षे तस्मिन् . दिवसे ऽनेकशताब्दीपरतन्त्र्यानन्तर स्वतन्त्र भारतराष्ट्र गणतन्त्रमुद्घोषितं तस्य च स्वकीय संविधान स्वकीया च शासनप्रणाली तद्दिनात् प्रवृत्ते । एतदनन्तरमेव भारतेन पूर्णस्वातन्त्र्यं लब्धमिति कथयितुं शक्यते । तस्यैव महत्त्वपूर्ण दिवसस्य स्मृतौ प्रतिवर्षमेतद्दिनं राष्ट्रियपर्वरूपेण सम्मान्यते । अस्मिन् दिने देशस्य प्रमुखेषु नगरेषु राष्ट्रियध्वजारोहणं भवति, राजकीयभवनानि च दीपमालाभिर्दीप्यन्ते, मेलकानि आयोज्यन्ते । अस्मिन् दिवसे विशिष्टः समारोहो राजधान्यां दिल्ल्यां समायोज्यते । प्रातरेव राष्ट्रपतिभवननिकटस्थे विजयचतुष्पथे विशिष्टे मञ्चे राष्ट्रपतिः भारतीयसेनायाः त्रिभ्य एव जलस्थलवायुसेनाङ्गेभ्यो ऽ भिवादनं स्वीकरोति । ततो ऽपि पूर्व राष्ट्रपतिः विशिष्टेभ्यः सैनिकेभ्यो विशेषोत्साहशौर्यकौशलप्रदर्शनार्थं पदकानि वितरति । सेनाङ्गः राष्ट्रपतेरभिवादनावसरे तेषां सेनाङ्गानां स्वोपकरणैः सार्क विजयचतुष्पथादारभ्य राजधान्याः प्रमुखराजमार्गेषु रक्तदुर्ग पर्यन्तं शोभायात्रा भवति । इमां शोभायात्रां लक्ष शो जना मार्गमुभयतो वा वृक्षेषु वा भवनच्छदिषु वा सौत्सुक्यमव. लोकयन्ति । इमामेव द्रष्टुं भारतस्था विविधदेशानां राजदूता अन्ये च विशिष्टा वैदेशिकातिथयोऽपि राजपथं समवयन्ति । सुमधुरसैनिकवाद्यसंगीतसंवलिता इयं शोभायात्रा सर्वेषां चेतांसि आन्दोलयति । अस्मिन्नेवावसरे आसेतुहिमाचलम् आद्वारिकाकामरूपं च निखिलभारतदेशस्य सांस्कृतिकी औद्योगिकी चापि शोभायात्रा भवति । वैविध्यमयं भारतीय लोकजीवनं तत्रैकत्रैव वयं द्रष्टुं पारयामः । प्रतिवर्ष मेतानि शोभायात्रादृश्यानि परिवततान्यत एव मनोहरतराणि नेत्रयोरुत्सवं जनयन्ति। अत एव महति शीते ऽपि आप्रत्यूषादेव जनाः स्वस्थानं गृह्णन्ति । सर्वं तत्र सुन्दरं सर्व शोभाढ्य भारतं नृत्यतीव पुरतः । प्राचीन वा नूतनं वा, निकटस्थं दा दूरस्थं वा सर्व तत्र साक्षाद् भवति भारतगौरवम् । अन्ते चाकाशे विमानैस्त्रिवण भारतीयध्वजो विशिष्टधुमोद्गमैनिर्मीयते यद्धि दृष्ट्वा जनाश्चकितचकिता इव भवन्ति । रात्रौ राजकीयभवानि दीपमालाभिः विद्योतन्ते क्वचिच्च ज्वलनक्रीडनकप्रदर्शनमपि भवति ।

अस्मिन् दिवसे राष्ट्रपतिः गतवर्षस्य विशिष्टविद्वद्भ्यः पुरस्कारान् सम्मानान् वोद्घोपयति । अयं दिवसो ऽस्मान भवन भारतीयान् भेदभावान् विस्मृत्य एकभावेन राष्ट्ररक्षार्थ राष्ट्रसेवार्थं च प्रेरयति । अक्षुण्ण चिरं तिष्ठतु भारतीय गणतन्त्रम् ।

जनगणहृदयानां नित्यमाह्लादकारी

सकलबुधविकासो दु:खिपीडापहर्ता ।

प्रतिदिनमपि नानायोजनाभिः समृद्धो

भवतु भुवि यशस्यो देश एष स्वतन्त्रः ।।

Explanation:

ESSAY IN HINDI.

गणतंत्र दिवस को 26 जनवरी भी कहा जाता है जो कि हर साल मनाया जाता है ये दिन हर भारतीयों के लिये मायने रखता है क्योंकि इसी दिन भारत को एक गणतांत्रिक देश घोषित किया गया था साथ ही आजादी के लंबे संघर्ष के बाद भारतीयों को अपनी कानूनी किताब ‘संविधान’ की प्राप्ति हुई थी। 15 अगस्त 1947 को भारत आजाद हुआ और इसके ढ़ाई साल बाद ये लोकतांत्रिक गणराज्य के रुप में स्थापित हुआ।

आजादी के बाद एक ड्राफ्टिंग कमेटी को 28 अगस्त 1947 की मीटिंग में भारत के स्थायी संविधान का प्रारुप तैयार करने को कहा गया। 4 नवंबर 1947 को डॉ बी.आर.अंबेडकर की अध्यक्षता में भारतीय संविधान के प्रारुप को सदन में रखा गया। इसे पूरी तरह तैयार होने में लगभग तीन साल का समय लगा और आखिरकार इंतजार की घड़ी 26 जनवरी 1950 को इसको लागू होने के साथ ही खत्म हुई। साथ ही पूर्णं स्वराज की प्रतिज्ञा का भी सम्मान हुआ।

भारत में गणतंत्र दिवस का दिन राष्ट्रीय अवकाश के रुप में मनाया जाता है जब इस महान दिन का उत्सव लोग अपने-अपने तरीके से मनाते है, जैसे- समाचार देखकर, स्कूल में भाषण के द्वारा या भारत की आजादी से संबंधित किसी प्रतियोगिता में भाग लेकर आदि। इस दिन भारतीय सरकार द्वारा नई दिल्ली के राजपथ पर बहुत बड़ा कार्यक्रम रखा जाता है, जहाँ झंडारोहड़ और राष्ट्रगान के बाद भारत के राष्ट्रपति के समक्ष इंडिया गेट पर भारतीय सेना द्वारा परेड किया जाता है।

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Answered by arjunsinghppcl
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Answer:

Explanation:

गणतन्त्र दिवस Republic day भारत का एक प्रमुख राष्ट्रीय त्योहार है । भारत का संविधान 26 जनवरी 1950 को लागू किए जाने के उपलक्ष्य मे प्रति वर्ष 26 जनवरी को गणतन्त्र दिवस के रूप मे मनाया जाता है। 26 जनवरी 1930 के कांग्रेश अधिवेशन मे नेहरू जी की अध्यक्षता मे पूर्ण स्वतन्त्रता प्राप्ति का प्रस्ताव पास किया गया था , इसी एतिहासिक महत्व की तिथि को ध्यान मे रखते हुये , 26 जनवरी को ही गणतन्त्र दिवस के रूप मे चुना गया। इस दिन भारत को सम्पूर्ण प्रभुता सम्पन्न गणराज्य घोषित किया गया। 

26 जनवरी को हम सभी भारतीय नागरिक एक महान राष्ट्रीय पर्व के रूप मे मनाते हैं।  भारत की राजधानी नई दिल्ली मे गणतन्त्र दिवस पर एक विशेष कार्यक्र्म भारत सरकार की ओर से आयोजित किया जाता है । दिल्ली के विजय चोक से लाल किले तक जाने वाली परेड इस कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण होती है । हजारो की तादाद मे लोग आईए कार्यक्र्म को देखने आते है । दूरदर्शन पर भी इस कार्यक्रम का सजीव प्रसारण किया जाता है । तीनों सेनाओ के सैनिक राष्ट्रपति को शानदार सलामी देते है । कई प्रकार के संस्कृतिक कार्यक्रम , झांकिया , नृत्य , हवाई करतव प्रस्तुत किए जाते हैं। 

26 जनवरी  republic day के दिन हर जगह विभिन्न स्थलो पर कई प्रकार के संस्कृतिक कार्यक्र्म आयोजित किए जाते है। देशभक्ति के सुरमय गीत बजाए जाते है।  गणतन्त्र दिवस का त्योहार देश के सभी नागरिक देशभक्ति के साथ आनंदपूर्वक मनाते हैं। 

सभी विद्यालयो मे भी बच्चे विभिन्न प्रकार के संस्कृतिक कार्यकम जैसे गीत , नृत्य , परेड ,आदि मे हिस्सा लेते हैं। विशेष रूप से झंडावंधन कर देशभक्ति की भावना से यह दिवस मनाया जाता है । 

इस प्रकार गणतन्त्र दिवस 26 जनवरी सभी भारतीयो के लिए एक विशेष राष्ट्रीय पर्व है जिसे सभी बड़े आनंद और देशप्रेम की भावना  के साथ प्रति वर्ष मनाते है। 

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