Essay on समय का सदुपयोग | Time Management | Samay ka Sadupyog
Answers
*****समय का सदुपयोग****
समय यह एक तरह से सोने की तरह हैं।सस्कृत की एक सूक्ति हैं-काल: 'पिबति तत रसम ' इसका यही अर्थ संदेश है कि किसी भी कार्य के विलम्ब से करने पर सफलता प्राप्त नही होती।समय निरंतर गतिशील है। समय किसी की प्रतिक्षा नही करता और बिता समय वापस लौटकर नही आता ।उचित समय पर कार्य को पूर्ण करना ही समय का सदुपयोग करना है। समय का उचित प्रयोग करने वाला व्यक्ति जीवन मे संतुष्ट ,प्रसन्न और सुख का अनुभव करता है। मनुष्य जीवन का एक एक पल बेहद मूल्यबन है, अतः समय का सदुपयोग करने वाला ही अपने लक्ष्य तक पहुंच पाता हैं।
समय का सदुपयोग व्यक्ति के लिए घातक ,अवनति और पछतावे का कारण बन जाता है। कहा भी गया है कि जो लोग समय को नष्ट करता है समय स्वय उस व्यक्ति को नष्ट कर देता है।समय की पाबंदी से हर कार्य को समय पर करने की आदत पड़ जाती है और मनुष्य अवसर का लाभ उठाकर अपने जीवन को आनंदमय बना लेते है। अतः हमें सदैव समय को अमूल्य धन मानकर ही उसका सदुपयोग करना चाहिए।
मैं आप सब को एक कहानी के द्वारा ये बात समझाना चहती हूँ।
एक लड़का था ,वह हमेशा हर काम को टालता रहता । उसकी माँ उसे विद्यालय जाने के लिए उठा रही थी।उसकी माँ बोली जल्दी उठी ,उसे बहुत देर हो गई थी स्कुल जाने मैं ।पर उसे कुछ मतलब ही नही था ।वह अपनी माँ से बोला माँ ""बस पांच मिनट "" ।उसकी माँ उसे कुछ नही कहती इस बुरी आदत के बारे मे ।उसकी माँ उसे इसलिये नही कहती क्योकि एक दिन न एक दिन उसे पता चल जाएगा। हर काम में वह पूरे दिन यही कहता रहा """बस पांच मिनट '"""।।।।
अब क्या था ,वह प्रतिदिन बिद्यालय जाने मैं देर हो जाता ।आज भी वह विद्यालय देरी से पहुंचा ।पर आज अध्यापक ने भी सोच लिया कि आज इस लड़के को बिद्यालय से बाहर निकल देगें। ओर थोड़ी देर मैं वह लड़का बहुत ही आनंद के साथ बिद्यालय पहुँचा।औऱ उस को स्कूल से निकल दिया गया । उसे उसकी माँ हमेशा कहती थी मत करो ऐसा पर वह नही सूधरा । इसीलिये समय का सदुपयोग करो ।।।।।।।
धनयवाद ।।।।
मैं आशा करती हूं कि यह आपके काम आए।।।।
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समय का सदुपयोग****
समय यह एक तरह से सोने की तरह हैं।सस्कृत की एक सूक्ति हैं-काल: 'पिबति तत रसम ' इसका यही अर्थ संदेश है कि किसी भी कार्य के विलम्ब से करने पर सफलता प्राप्त नही होती।समय निरंतर गतिशील है। समय किसी की प्रतिक्षा नही करता और बिता समय वापस लौटकर नही आता ।उचित समय पर कार्य को पूर्ण करना ही समय का सदुपयोग करना है। समय का उचित प्रयोग करने वाला व्यक्ति जीवन मे संतुष्ट ,प्रसन्न और सुख का अनुभव करता है। मनुष्य जीवन का एक एक पल बेहद मूल्यबन है, अतः समय का सदुपयोग करने वाला ही अपने लक्ष्य तक पहुंच पाता हैं।
समय का सदुपयोग व्यक्ति के लिए घातक ,अवनति और पछतावे का कारण बन जाता है। कहा भी गया है कि जो लोग समय को नष्ट करता है समय स्वय उस व्यक्ति को नष्ट कर देता है।समय की पाबंदी से हर कार्य को समय पर करने की आदत पड़ जाती है और मनुष्य अवसर का लाभ उठाकर अपने जीवन को आनंदमय बना लेते है। अतः हमें सदैव समय को अमूल्य धन मानकर ही उसका सदुपयोग करना चाहिए।
मैं आप सब को एक कहानी के द्वारा ये बात समझाना चहती हूँ।
एक लड़का था ,वह हमेशा हर काम को टालता रहता । उसकी माँ उसे विद्यालय जाने के लिए उठा रही थी।उसकी माँ बोली जल्दी उठी ,उसे बहुत देर हो गई थी स्कुल जाने मैं ।पर उसे कुछ मतलब ही नही था ।वह अपनी माँ से बोला माँ ""बस पांच मिनट "" ।उसकी माँ उसे कुछ नही कहती इस बुरी आदत के बारे मे ।उसकी माँ उसे इसलिये नही कहती क्योकि एक दिन न एक दिन उसे पता चल जाएगा। हर काम में वह पूरे दिन यही कहता रहा """बस पांच मिनट '"""।।।।
अब क्या था ,वह प्रतिदिन बिद्यालय जाने मैं देर हो जाता ।आज भी वह विद्यालय देरी से पहुंचा ।पर आज अध्यापक ने भी सोच लिया कि आज इस लड़के को बिद्यालय से बाहर निकल देगें। ओर थोड़ी देर मैं वह लड़का बहुत ही आनंद के साथ बिद्यालय पहुँचा।औऱ उस को स्कूल से निकल दिया गया । उसे उसकी माँ हमेशा कहती थी मत करो ऐसा पर वह नही सूधरा । इसीलिये समय का सदुपयोग करो ।।।।।।।
धनयवाद ।।।।
मैं आशा करती हूं कि यह आपके काम आए।।।।
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