Essay on The measure of intelligence is the ability to change (word limit is 500 ) in hindi
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Answer:
बदलने की क्षमता ही बुद्धिमता का माप है:
संसार का नीयम ही है सदैव समय के अनुसार खुद को ढालते रहना, बदलते रहना और यही बदलने की इच्छा और क्षमता किसी भी इन्सान के बुद्धिमान होने का माप होती है।
इस चीज़ को ऐसे समझा जा सकता की अगर हम अपने भविष्य के बारे में सोच कर नहीं बल्कि अपने अतीत की गलतियों या अतीत की बातों को याद कर के जीयें तो क्या यह उचित होगा? क्या ऐसे व्यक्ति को बुद्धिमान कहा जा सकता है जो बीते हुए समय में रहना उचित समझता हो या ऐसे व्यक्ति को बुद्धिमान कहेंगे जो अपने आने वाले समय के लिए अपने आज को सवारे उर भविष्य के लिए ज़रूरी बदलाव लाये?
तो एक बुद्धिमान व्यक्ती हमेशा वही होगा जो अपने भविष्य को सुधारने की सोचे और खुद उस भविष्य को बेहतर बनाने के लिए मेहनत करे और अपनी ज़िन्दगी में ज़रूरी बदलाव लाए।
Explanation:
बुद्धि की क्षमता का माप
"बुद्धि का माप बदलने की क्षमता है", हम समय को परिभाषित नहीं कर सकते हैं अगर चीजें बदल नहीं रही हैं। परिवर्तन हमें जीवित रहने का मार्ग दिखाता है, जब भी हम कठिन परिस्थितियों में होते हैं।
डार्विन के सिद्धांत के अनुसार, जीवित प्राणी अपने आंतरिक संस्करण को आसपास के अनुसार बदलते हैं। हर छोटे से छोटे परिवर्तन हर चीज को प्रभावित करते हैं। पर्यावरण में थोड़ा परिवर्तन मानव मन में विचारों को बदल सकता है। अगर हम समय के साथ नहीं बदल रहे हैं तो इसका मतलब है कि हमने जीवन से कुछ नहीं सीखा है। हर छोटा-बड़ा बदलाव तितली के प्रभाव की तरह हमारे जीवन में एक व्यापक सुधार ला सकता है। अगर हम पहले दिन पढ़ने के लिए प्रतिदिन की तरह थोड़ा बदलाव कर रहे हैं, तो दूसरे दिन के लिए २ पेज पढ़ें, ३ दिन के लिए ४ पेज पढ़ें, यह( exponentially) तेजी से बढ़ता है और बहुत अधिक घर्षण प्राप्त किए बिना आत्मविश्वास पैदा करता है। इसलिए यह कहता है कि "बुद्धिमत्ता का माप बदलने की क्षमता है"