essay on yadi mein police adhikari hoti
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I what language should I give the answer
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मेरी अभिलाषा:-
मैं भी एक अभिलाषा रखता हूँ और इस अभिलाषा पर मैं बहुत ही गंभीरता से सोच विचार करता हूँ। यह बात भविष्य पर निर्भर करती है कि मेरी इच्छा पूरी होगी या नहीं लेकिन मैं अपने निश्चय पर दृढ हूँ। मैं एक पुलिस अधिकारी बनना चाहता हूँ। मेरे चाचा जी भी पुलिस में डी० सी० पी० के पद पर थे।
पुलिस तंत्र में सुधार : -
मैं विश्वास रखता हूँ कि अगर पुलिस ईमानदारी से अपना काम करे तो वे समुचित तरीके से समाज की सेवा कर सकते हैं। पुलिस व्यवस्था में अनेक सुधार करके पुलिस व्यवस्था को सबसे अधिक बहतरीन बनाया जा सकता है।
पुलिस खुद को जनता का सेवक समझे और बिना किसी कारण से किसी पर भी अत्याचार न करे। वह उनके गुनहगार और बेगुनहा होने का पता लगाये तब आगे की कार्यवाही करे। अपनी व्यवस्था के प्रति ईमानदार होकर पुलिस को गौरव प्राप्त हो सकता है।
भविष्य:-
पुलिस व्यवस्था का भ्रष्ट होना मुझे उससे दूर जाने की अपेक्षा उसके समीप जाने के लिए प्रेरित करता है। जब मैं पुलिस का एक भाग बन जाउँगा तभी मैं इस व्यवस्था में परिवर्तन ला सकता हूँ। मैं पुलिस अधिकारी बनकर पुलिस विभाग की खोई हुई प्रतिष्ठा को वापस से स्थापित कर पाउँगा।
उपसंहार :
अत: जब मैं पुलिस अधिकारी बन जाउँगा तब मैं पुलिस के सारे कर्तव्यों को पूरा करूंगा जो एक पुलिस अधिकारी के जनता के प्रति होते हैं। मैं अपने चाचा से प्रेरित होकर देश की सेवा करूंगा और अपने देश की पुलिश का गौरव बढाऊँगा।
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