essay on यदि मैं विद्यालय की प्रधानाचार्या होती
Answers
Answered by
2
✌️✌️ hey mate,
यदि मैं विद्यालय की प्रधानाचार्या होतl
यदि मैं विद्यालय का प्रिंसिपल होता, तो अपने विद्यालय में सहशिक्षा व्यवस्था प्रारंभ करने का प्रयत्न करता । समय आ गया है जब लड़कों और लडकियों को जीवन में प्रवेश का सबक साथ-साथ मिलना चाहिए । लडकियाँ आमतौर पर लड़कों से अधिक मेहनती होती हैं ।
सहशिक्षा व्यवस्था होने पर लड़कों और लड़कियों के बीच स्वस्थ प्रतियोगिता होगी । लडके अधिक कड़ी मेहनत करने को प्रेरित होंगे, ताकि वे लड़कियों से आगे निकल सकें । इससे उनका शान बढ़ेगा और शिक्षा के स्तर में निश्चित सुधार होगा ।
thanks..
nice to help you ✌️✌️
यदि मैं विद्यालय की प्रधानाचार्या होतl
यदि मैं विद्यालय का प्रिंसिपल होता, तो अपने विद्यालय में सहशिक्षा व्यवस्था प्रारंभ करने का प्रयत्न करता । समय आ गया है जब लड़कों और लडकियों को जीवन में प्रवेश का सबक साथ-साथ मिलना चाहिए । लडकियाँ आमतौर पर लड़कों से अधिक मेहनती होती हैं ।
सहशिक्षा व्यवस्था होने पर लड़कों और लड़कियों के बीच स्वस्थ प्रतियोगिता होगी । लडके अधिक कड़ी मेहनत करने को प्रेरित होंगे, ताकि वे लड़कियों से आगे निकल सकें । इससे उनका शान बढ़ेगा और शिक्षा के स्तर में निश्चित सुधार होगा ।
thanks..
nice to help you ✌️✌️
Similar questions