Example of anopchari patr
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for example:
परीक्षा भवन,
अ. ब. स.
20-जून-2019
प्रिय मित्र दीपक,
सदा सुखी रहो।
मैं कुशल-मंगल हूँ और आशा करता हूँ कि वहाँ पर भी सभी कुशल-मंगल होंगें। काफी समय हो गया था न तो तुमसे बात हो पाई और न ही तुम्हारे घर पर किसी से बात कर पाया।
तुम्हारे पिता को फोन किया, तो उनसे ज्ञात हुआ की तुम बोर्ड परीक्षा में मुरादाबाद जिले में प्रथम आये हो। इस समाचार को सुनकर मन ख़ुशी से भर गया। मुझे तो पहले से ही विश्वास था की तुम प्रथम श्रेणी में अच्छे अंकों से उत्तीर्ण होंगे लेकिन यह जानकार की तुमने परीक्षा में प्रथम श्रेणी के साथ-साथ जिले में प्रथम स्थान भी प्राप्त किया है ,मेरी प्रसन्नता की सीमा न रही। इस परीक्षा के लिए तुम्हारे परिश्रम और नियमितता ने ही वास्तव में ऊँचाई तक पहुँचाया है। मुझे पूरी आशा थी की तुम्हारा परिश्रम रंग दिखायेगा और मेरा अनुमान सच साबित हुआ। तुमने प्रथम स्थान प्राप्त कर यह सिद्ध कर दिया की दृढ संकल्प और कठिन परिश्रम से कुछ भी प्राप्त किया जा सकता है।
मैं सदैव यह कामना करूँगा की तुम्हें जीवन में हर परीक्षा में प्रथम आने का सौभाग्य प्राप्त हो और तुम इसी प्रकार परिवार और विद्यालय का गौरव बढ़ाते रहो। इस प्रकार मेहनत करते रहो और सभी को प्रसन्नता प्रदान करते रहो।
तुम्हारा मित्र
आकाश
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Example 1 (उदाहरण 1) – (सलाह देने के लिए पत्र)
यदि आप परीक्षा भवन में बैठकर पत्र लिख रहे हैं तो आप अपने पते की जगह परीक्षा भवन लिखेंगे उदाहरण देखिए-
अपनी बहन को पत्र लिखकर योगासन करने के लिए प्रेरित कीजिए।
परीक्षा भवन,
अ. ब. स.
दिनांक- 27 अप्रैल, 2019
प्रिय बहन,
सदा खुश रहो।
मैं यहाँ कुशल हूँ, आशा है वहाँ पर भी सभी कुशल होंगें। अभी-अभी मुझे पिता जी का पत्र प्राप्त हुआ और उनसे घर के सभी समाचार ज्ञात हुए। साथ ही साथ यह भी पता चला कि तुम्हारा स्वास्थ्य कुछ ठीक नहीं है। अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखा करो।
तुम्हें तो पता ही है कि पहला सुख स्वस्थ शरीर को कहा जाता है। इसके लिए आवश्यक है कि तुम हमेशा योगासन किया करो। भाग-दौड़ भरी जिंदगी में व्यस्त रहने के कारण कोई भी स्वास्थ्य की ओर ध्यान नहीं देता। योग एक ऐसा माध्यम है जो शरीर को स्वस्थ रखने में महत्पूर्ण भूमिका निभाता है। इसलिए मैं तुम्हें यही सलाह दूँगी कि तुम नियमित रूप से योगा किया करो जिससे तुम्हारा शरीर चुस्त और फुर्तीला हो जाएगा और शरीर की प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ेगी।
आशा करती हूँ कि तुम मेरी इस सलाह को मानोगी तथा अपने जीवन में योग को महत्त्व दोगी। मुझे पूर्ण विश्वास है कि तुम जल्द ही स्वस्थ हो जाओगी। माता-पिता को प्रणाम और भाई को मेरा प्यार देना।
तुम्हारी बहन
आशा