examples of tatpurush, garmtarya, dwand or avyayi samas.
Answers
Answer:
I know only both two
Explanation:
- avyayi samas
इस समास में पहला पद (पूर्व पद) प्रधान होता है और पूरा पद अव्यय होता है
इसमें पहला पद उपसर्ग होता है जैसे अ, आ, अनु, प्रति, हर, भर, नि, निर, यथा, यावत आदि उपसर्ग शब्द का बोध होता है
Short Hint : अव्ययीभाव समास में उपसर्ग होता है
यहाँ अव्ययीभाव समास के उदाहरण नीचे दिए गए हैं
examples of avyayi
Aajanm (आजन्म) - जन्म पर्यन्त
Yathavadhi (यथावधि) - अवधि के अनुसार
Yathakram (यथाक्रम) - क्रम के अनुसार
Bekasur (बेकसूर) -
Nidar (निडर) -
भरपेट - इसमें भर उपसर्ग है
यथाशीघ्र - इसमें यथा उपसर्ग है
यथासंभव - यथा
दिनोदिन - दिनों
अनुरूप - अनु
प्रतिदिन
हाथोहाथ
अभूतपूर्व
आजीवन
आमरण
आपादमस्तक
यथानियम
हरजगह
प्रत्यक्ष
यथाशक्ति
- Tatpurush Samas (तत्पुरुष समास)
इस समास में दूसरा पद (उत्तर पद / अंतिम पद) प्रधान होता है इसमें कर्ता और संबोधन कारक को छोड़कर शेष छ: कारक चिन्हों का प्रयोग होता है
जैसे - कर्म कारक, करण कारक, सम्प्रदान कारक, अपादान कारक, सम्बन्ध कारक, अधिकरण कारक
Short Hint : तत्पुरुष समास में कारक चिन्हों का प्रयोग होता है
उदाहरण :
Tatpurush Samas Examples
यहाँ तत्पुरुष समास के उदाहरण नीचे दिए गए हैं
Vidyalaya (विद्यालय) - विद्या के लिए आलय
Rajputra (राजपुत्र) - राजा का पुत्र
Munhtod (मुंहतोड़) - मुंह को तोड़ने वाला
Chidimar (चिड़ीमार) - चिड़िया को मारने वाला
Janmandh (जन्मांध) - जन्म से अँधा
हथकड़ी - हाथों के लिए कड़ी
हिंदी में समास के छ: भेद हैं और जो नीचे सूची में दिये गए हैं.
(1) अव्ययीभाव समास (Avyayibhav Samas)
(2) तत्पुरुष समास (Tatpurush Samas)
(3) द्विगु समास (Dvigu Samas)
(4) द्वंद्व समास (Dvandva Samas)
(5) कर्मधारय समास (Karmadharaya Samas)
(6) बहुव्रीहि समास (Bahuvrihi Samas)