Exercise-45||
(2017)
कलिंग युद्ध का भयानक रक्तपात देखकर अशोक का हृदय शोक एवं
पश्चाताप से भर गया। उसने शान्ति एवं अहिंसा का मार्ग अपना लिया और
भविष्य में युद्ध न करने की शपथ खाई। वह बौद्ध धर्म का अनुयायी हो गया।
उसने बौद्ध धर्म का प्रचार भारत में ही नहीं विदेशों में भी किया। guys iski English banani hai please help me
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Answer:
by seein kalings war destruction, Ashok's heart become terrible and sorrow. He moves on peace and non destruction path and swears that he will
not do any war
He mixed with bodhh dharam
he explained bodhh dharam in india as well as in the other countries
HOPE IT HELPED YOU THNX
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