English, asked by srivastavaanupam109, 7 months ago


EXERCISE 46
जवाहरलाल नेहरू छोटे बच्चों से बहुत प्यार करते थे। छोटे बच्चों के बीच वे अपने पद तथा आयु को भूल जाते थे। वे छोटे
बच्चों के साथ हँसते थे, खेलते थे और गीत गाते थे। इसीलिए बच्चे उनको चाचा नेहरू कहते थे। जब वह रूस गये थे, तब वहा बड़ी शानशौकत से उनका स्वागत हुआ था। एक रूसी बालक नेहरूजी से मिलने आया परन्तु पहरेदारों ने उसे रोक दिया।
बालक जोर-जोर से रोने लगा। श्री नेहरू तथा उनकी पुत्री इन्दिरा गाँधी अपने होटल से बाहर आये । लड़के को रोता हुआ देखकर
वे उसके पास गये और उन्होंने पूछा, "तुम रो क्यों रहे हो?" उसने कहा, "मैं एक विधवा स्त्री का पुत्र हूँ। मैं अपने गाँव से चाचा
नेहरू से मिलने आया हूँ। मैं ये फूल उन्हें भेंट करूंगा।" बच्चे के प्रेम को देखकर नेहरूजी बोले, "मैं चाचा नेहरू हूँ। मैं तुम्हारे
फूल स्वीकार करता हूँ।" उन्होंने अपना एक फाउन्टेन पैन उस बच्चे को दे दिया।
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Answers

Answered by vivekanandbagul
9

Answer:

Jawaharlal Nehru loved little children.

Among younger children, he used to forget his position and age.

They are small

Laughed with children, played and sang songs.

That is why children called him uncle Nehru.

When he went to Russia, he was welcomed with great pride there.

A Russian child came to meet Nehru but the guards stopped him.

The child started crying loudly.

Mr. Nehru and his daughter Indira Gandhi came out of their hotel.

Seeing the boy crying

They went to him and he asked, "Why are you crying?"

He said, "I am the son of a widowed woman. I am an uncle from my village

I have come to meet Nehru

I will present these flowers to them. "Seeing the love of the child, Nehru said," I am uncle Nehru.

I your

I accept flowers. ”He gave one of his fountain panes to the child.

Answered by rameshchandra9758336
2

Answer:ramesh

Explanation:chandra

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