Social Sciences, asked by muskan357, 1 year ago

explain it in hindi or punjabi

Attachments:

Answers

Answered by ajeshrai
2
कार्ल मार्क्स एक दार्शनिक थे जिन्होंने समाजवाद का पक्ष लिया। उनका मानना ​​था कि खुद को पूंजीवादी शोषण से मुक्त करने के लिए काम करना एक लालसा समाजवादी समाज बनाना था जहां सभी गुणों को सामाजिक रूप से नियंत्रित किया गया था

muskan357: from where u belong
muskan357: thanks for answer
muskan357: ok
muskan357: punjab
Answered by maddidarshan
0

कार्ल मार्क्स एक समाजशास्त्री, दर्शनशास्त्री, अर्थशास्त्री, और एक क्रांतिकारी समाजवादी थे। उनका जन्म प्रुशिया में एक मध्यम-वर्गीय परिवार में हुआ था, बाद में उन्होंने राजनितिक अर्थशास्त्र और हैगीलियन दर्शनशास्त्र का अभ्यास किया था।

प्रौढावस्था में कार्ल मार्क्स ने अपना ज्यादातर समय लन्दन और इंग्लैंड में व्यतीत किया था, जहाँ वे लगातार अपने विचारो को सहयोग के साथ जर्मन विचारको की सोच के अनुसार विकसित करते थे। उनके बहुत से विचारो को प्रकाशित भी किया जाता था जिसमे मुख्य रूप से 1848 में प्रकाशित पुस्तिका दी कम्युनिस्ट मैनिफेस्टो शामिल है। बाद में कार्ल मार्क्स – Karl Marx के लेखो ने बहुत से लोगो पर प्रभावशाली प्रभाव डाला था।


Similar questions