Explain me about anuswar anunasik give examples too...
Answers
Answered by
4
अनुस्वार
स्वर के बाद आने वाले व्यंजन को अनुस्वार कहते हैं। इसकी ध्वनि नाक से निकलती है। और अं का प्रयोग किया जाता है।
उदाहरण के लिए – अंगूर, मंगल, हंस, गंगा, झंडा, इत्यादि
अनुनासिक
जब स्वरों के उच्चारण में मुँह से अधिक तथा नाक से बहुत कम साँस निकलती है, तब उसे अनुनासिक कहते हैं। इन स्वरों के लिए चंद्रबिंदु का प्रयोग किया जाता है जो शिरोरेखा के ऊपर लगाया जाता है।उदाहरण के लिए – माँ, गाँव, आँख, चाँद, इत्यादि
Similar questions