फौजदारी और दीवानी मामलों में क्या अन्तर है ?
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Explanation:
फौजदारी का मतलब है कि वह लोग जो फौज मे है।
Answer: in hindi
Explanation:दीवानी मामले उन मामलों को कहते हैं, जिनमे संपत्ति सम्बन्धी या पद सम्बन्धी अधिकार विवादित होते हैं फिर चाहे ऐसा विवादित अधिकार धार्मिक कृत्यों या कर्मों सम्बन्धी प्रश्नों पर ही अवलम्बित क्यों न हो। जब भी कोई सम्पत्ति संबंधी, पद सम्बन्धी अधिकार, जैसे मामले सामने आते हैं, तो उन्हें दीवानी वाद या मुकदमा कहा जाता है और इन्हे दीवानी अदालत में पेश किया जाता है.
फौजदारी मामले उन मामलों को कहा जाता है, जो आपराधिक मामले होते हैं और इनके लिए भारतीय दंड संहिता तथा अन्य बहुत से कानूनों के द्वारा कुछ दंड निर्धारित किये गए हैं. जब किसी व्यक्ति को कोई अपराध करने के लिए दंड दिए जाने हेतु विचारण किया जाए, तो वे सभी मामले अपराधिक या फौजदारी मामले होते हैं. फौजदारी मामलों को मजिस्ट्रेट द्वारा देखा जाता है, मजिस्ट्रेट को हम को दंडाधिकारी भी कहते हैं.
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