फूल की आत्मकथा हिंदी में
Answers
Answered by
7
This is your answer
Welcome
Welcome
Attachments:
Answered by
3
______फूल की आत्मकथा_____
मैं फूल हूं मैं बाग-बगीचों की रानी हूं मैं रोज यहां पर खिलकर इन की शोभा बढ़ाता हूं. लेकिन कुछ लोगों द्वारा मेरे तोड़ने की मनाही होने के बाद भी मुझे तोड़ा जाता है और फिर मेरी थोड़ी सी मुरझाने पर कचरे या फिर किसी गंदी जगह में ऐसे फेंक दिया जाता है मानो मेरा कोई अस्तित्व ही ना हो, इससे मुझे बहुत दु:ख का अनुभव होता है.
Similar questions