फिल्मी इश्तिहार देखकर मकबूल ने क्या किया
Answers
Answer:
फिल्मी इश्तिहार ने मकबूल को इतना भड़काया कि वह सीधे अलीहुसैन रंगवाले की दुकान पर गया और अपनी दो स्कूली किताबें, शायद इतिहास और भूगोल, बेच दीं, तेल रंग की ट्यूब खरीदीं और चाचा की दुकान पर बैठकर पहली तेल पेंटिंग बनाई। चाचा बहुत गुस्से में, बड़े भाई को शिकायत भेजी। अब्बा ने पेंटिंग देखी और बेटे को गले से लगा लिया।
Explanation:
एक दिन दुकान के सामने से ढेर सारे फिल्मी विज्ञापन गुजरे। (साइलेंट फिल्मों के जमाने में शहर में ब्रॉडबैंड के साथ चल रहे फिल्म के पोस्टर शहर की गलियों में बांटे गए। फिल्म के विज्ञापन रंगीन पतंग के कागज पर नायक-नायिका के चित्रों के साथ छपे थे) शांताराम के रंगीन पतंग के कागज पर छपा 'सिंहगढ़' का कोल्हापुर फिल्म पोस्टर, हाथ में मराठा योद्धा, तलवार और ढाल। मकबूल चाहता था कि उसकी ऑइल पेंटिंग बने। आज तक ऑयल कलर का इस्तेमाल बिल्कुल भी नहीं हुआ था। एक ही रंग का चाक या पानी के रंग का। अब्बा अपने बेटे को बिजनेसमैन बनाने का सपना देख रहा था, वह पेंट क्यों करवाएगा।
#SPJ3