(२) फूल और काँटों पर समान रूप से क्या बहती हैं?
उत्तर:
Answers
Answered by
3
Answer:
कहने का तात्पर्य यह है कि भले ही मनुष्य अच्छे या उंँच कुल में जन्मा हो पर उसका स्वभाव अच्छा ना हो, उनमें बड़प्पन के भाव नहीं है तो सब व्यर्थ है। मनुष्य की महत्ता एवं उसकी सच्ची पहचान उसके सद्गुणों एवं व्यवहार से होती है न कि उंँचे कुल में जन्म लेकर घृणित कार्य करने से। आदर्श,जीवन व्यतीत करने के उद्देश्य से मनुष्य को फूल के स्वाभाविक गुणों को अपनाना श्रेयस्कर होगा।
Similar questions
Political Science,
3 months ago
Geography,
3 months ago
History,
3 months ago
Computer Science,
7 months ago
Geography,
7 months ago
Physics,
11 months ago
Hindi,
11 months ago