फैराडे के विद्युत विश्लेषण नियमों का वर्णन करें।
Answers
Answer:
विद्युत अपघटन में विद्युताग्रों (एलेक्ट्रोड्स) पर जमा हुए पदार्थ की मात्रा धारा की मात्रा के समानुपाती होती है। 'धारा की मात्रा' का अर्थ आवेश से है न कि विद्युत धारा से।
Answer: फैराडे के विद्युत विश्लेषण के दो नियम है ।
Explanation: फैराडे का विद्युत अपघटन का प्रथम नियम :
"विद्युत अपघटन में विद्युताग्रों (एलेक्ट्रोड्स) पर जमा हुए पदार्थ की मात्रा धारा की मात्रा के समानुपाती होती है। 'धारा की मात्रा' का अर्थ आवेश से है न कि विद्युत धारा से।"
फैराडे के पहले नियम के अनुसार जितना भी पदार्थ विद्युतागरों पर जमा होता है वो धारा की मात्रा से समाप्ति होता है ।
फैराडे का विद्युत अपघटन का द्वितीय नियम :
"'धारा की मात्रा' समान होने पर विद्युताग्रों पर जमा/हटाये गये पदार्थ की मात्रा उस तत्व के तुल्यांकी भार के समानुपाती होती है। (किसी पदार्थ का तुल्यांकी भार उसके मोलर द्रव्यमान को एक पूर्णांक से भाग देने पर मिलता है। यह पूर्णांक इस बात पर निर्भर करता है कि वह पदार्थ किस तरह की रासायनिक अभिक्रिया करता है।) अर्थात जब दो या दो से अधिक विधुत अपघट्य के विलयन में समान मात्रा की विधुत धारा प्रवाहित की जाती है तो इलेक्ट्रोड पर निक्षेपित होने वाले पदार्थ की मात्रा W उनके रासायनिक तुल्यांक (E) के समानुपाती होती है।"
इलेक्ट्रोड पर जमा होने वाले पदार्थ की मात्रा को W और रासायनिक तुल्यांक को E से दर्शाया गया है।