फ्रांस में नेशनल असेंबली चुनने के लिए मत दान का अधिकार किस प्रकार दिया गया था
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Answer:
१९८८ के बाद से, ५७७ प्रतिनिचियों को निर्वाचन क्षेत्र द्वारा दो दौर की प्रणाली के साथ प्रत्यक्ष सार्वभौमिक मताधिकार द्वारा चुना जाता है, पांच साल के जनादेश के लिए, विघटन के अधीन । प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्रों में लगभग १००,००० निवासी हैं ।
मतदान प्रणाली: पहले-अतीत के बाद मतदान (५७७ सीटें,
दो दौर की प्रणाली)
सीटें: 577 सीटें
Explanation:
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फ्रांस में नेशनल असेंबली चुनने के लिए मतदान का अधिकार किस प्रकार दिया गया था?
फ्रांस में क्रांति के समय लुई सोलहवें ने 5 मई 1789 को नए करों के प्रस्ताव के अनुमोदन के लिए स्टेट जनरल की बैठक बुलाई थी। तब प्रतिनिधियों की मेजबानी के लिए वर्साय के आए आलीशान भवन में इस बैठक को बुलाया गया था।
प्रथम और द्वितीय स्टेट में अपने-अपने 300-300 प्रतिनिधि भेजे। जिनको आराम से बिठाया गया जबकि तृतीय स्टेट के 600 प्रतिनिधि उनके पीछे खड़े कर दिए गए थे। स्टेट जनरल के नियमों के मुताबिक प्रत्येक वर्ग को एक मत देने का अधिकार था और लुई सोलहवां इस प्रथा का पालन करने के लिए अड़ा हुआ था। परंतु तृतीय स्टेट के प्रतिनिधियों ने मांग रखी कि पूरी सभा को मतदान करने का अधिकार दिया जाए। इसमें प्रत्येक सदस्य को एक मत देने का अधिकार होना चाहिए। सम्राट ने इस प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया। तब तीसरी स्टेट के प्रतिनिधियों ने विरोध जताते हुए सभा से वॉकआउट कर दिया।
तीसरी स्टेट के प्रतिनिधि अपने को राष्ट्र का प्रतिनिधि मानते थे, इसलिए 3 जून को उन्होंने कोर्ट में जमा होकर खुद को ही नेशनल असेंबली घोषित कर दियाष और शपथ ली कि जब तक सम्राट की शक्तियों को कम करने वाला संविधान नहीं तैयार किया जाएगा, तब तक नेशनल असेंबली भंग नहीं होगी। अंततः विद्रोही प्रजा की ताकत जानकार सम्राट नेशनल असेंबली को मान्यता दे दी और सब को मतदान का अधिकार प्राप्त हुआ।