फकीर ने सिकंदर को क्या प्रश्न किया
Answers
Answer:
HOPE IT HELPS PLEASE FOLLOW ME ❤️
Explanation:
फकीर ने अपना प्रश्न पूछते हुए कहा कि मान लो तुम किसी रेगिस्तान मे फंस गए हो और तुम्हारे पास पानी नही है और ना ही तुम्हारे आस पास कोई हरियाली है कि तुम्हे वहां पानी का कोई स्त्रोत मिल जाए। परन्तु अगर तुम बहुत खोजो और तुम्हे एक गिलास पानी मिल जाए। तो तुम उस एक गिलास पानी के बदले क्या दोगे? सिकन्दर सोच में पड़ गया।
Answer:
यंगिस्तान
होम
महान सिकंदर का घमंड पल भर में इस फकीर के सामने हो गया था चकनाचूर !
Friday, 10 Nov, 2.46 am
महान सिकंदर इतिहास का ऐसा राजा था जिसने पूरी दुनिया को जीतने का ख्वाब अपनी आंखों में सजाया और इस सपने को साकार करने के लिए वह ग्रीस से मिस्त्र, सीरिया, ईरान, अफगानिस्तान और वर्तमान पाकिस्तान को जीतता हुआ व्यास नदी तक आ पहुंचा.
करीब आधी दुनिया पर अपना कब्जा जमाने के बाद सिकंदर भारत आया लेकिन यहां आने से पहले वह एक फकीर से मिलने पहुंचा. सिकंदर ने उस फकीर के बारे में बहुत सी बातें सुनी हुई थी इसलिए वो उससे मिलने पहुंचा.
कहा जाता है कि सिकंदर को अपनी जीत का गुमान हो गया था लेकिन एक फकीर ने उसके इस घमंड को पल भर में चकनाचूर कर दिया. आइए हम आपको बताते हैं महान सिकंदर और उस फकीर की दिलचस्प कहानी.
डायोजिनीस नाम के फकीस से मिला सिकंदर
दरअसल डायोजिनीस नाम का शख्स हमेशा परमानंद की अवस्था में रहनेवाला एक अद्वितीय फकीर था. जिसकी वजह से सिकंदर उससे मिलना चाहता था.
जब सिकंदर डायोजिनीस नाम के इस फकीर से मिलने पहुंचा तो उस फकीर ने सवाल किया कि तुम कहां जा रहे हो? सिकंदर ने कहा कि मुझे पूरा एशिया महाद्वीप जीतना है इसलिए एक बड़ी जंग लड़ने जा रहा हूं.
डायोजिनीस ने पूछा कि उसके बाद क्या करोगे? जवाब आया कि सारी दुनिया जीतने के बाद वो आराम करेगा.
डायोजिनीस ने हंसते हुए कहा कि जो आराम तुम इतने दिनों बाद करोगे वह तो मैं अभी कर रहा हूं. अगर तुम्हें आराम ही करना है तो फिर इसके लिए इतना कष्ट उठाने की क्या जरूरत है.
फकीर ने किया सिकंदर के अहंकार को खत्म
बताया जाता है कि जब सिकंदर की उस फकीर से मुलाकात हुई थी तब फकीर उसे देखकर हंसने लगा जो सिकंदर को रास नहीं आया. सिकंदर ने गुस्से में आगबबूला होते हुए फकीर से कहा कि शायद तुम मुझे नहीं जानते हो या फिर तुम्हारी मौत आई है. पूरी दुनिया को जीतनेवाला मैं महान सिकंदर हूं.
सिकंदर की यह बात सुनकर फकीर और जोर से हंसने लगा और कहने लगा कि तुम मुझे महान नहीं बल्कि दीन-दरिद्र लगते हो, भले ही तुमने पूरी दुनिया को जीत लिया है लेकिन तुम अभी भी एक साधारण मनुष्य ही हो. अगर तुम सच में महान हो तो मेरी एक बात का जवाब दो.
सिकंदर उसकी बात सुनकर थोड़ा शांत हुआ और फकीर से सवाल पूछने के लिए कहा. जिसके बाद फकीर ने उससे सवाल पूछते हुए कहा कि अगर तुम किसी ऐसे रेगिस्तान में फंस जाओ जहां पीने के लिए एक बूंद पानी भी ना हो और बहुत ढूंढने के बाद अगर तुम्हें कहीं एक गिलास पानी मिल जाए तो उसके बदले में तुम क्या दोगे?
थोड़ी देर सोचने के बाद सिकंदर ने जवाब दिया कि वो एक गिलास पानी के बदले अपना आधा राज्य दे देगा. फकीर ने फिर पूछा कि अगर आधे राज्य के बदले में भी एक गिलास पानी नहीं मिला तो क्या करोगे? जवाब में सिकंदर ने कहा कि ऐसी हालत में मैं अपना पूरा राज्य दे दूंगा.
सिकंदर का जवाब सुनकर पहले तो वो फकीर हंसा फिर उसने कहा कि अगर तुम्हारे पूरे राज्य की कीमत सिर्फ एक गिलास पानी है तो फिर तुम्हें अपनी महानता पर इतना अभिमान क्यों है.
गौरतलब है कि फकीर डायोजिनीस के मुंह से इस कड़वी हकीकत को जानने के बाद सिकंदर का सारा अभिमान पल भर में चूर-चूर हो गया और वो शर्मिंदा होते हुए उस फकीर के चरणों में नतमस्तक हो गया.