फसल कविता में कवि ने फसल को' हाथों के स्पर्श की गरिमा 'व 'नदियों के पानी का जादू' क्यों कहा है?? Reply if ans is confirm
Answers
Answered by
15
kavi ne fasal ko hatho ke sparsh ki garima kha he kyoki kisan use apne hatho se ugate he or nadiyo ke pani ka jadu kha he kyoki nadiyo ke pani ke karan fasal ugati he
Answered by
20
प्रशन :- फसल कविता में कवि ने फसल को' हाथों के स्पर्श की गरिमा 'व 'नदियों के पानी का जादू' क्यों कहा है?
उत्तर :- कवि ने फसल को' हाथों के स्पर्श की गरिमा इसलिए कहा है क्यूंकि , फसल के लिए भले ही पानी, मिट्टी, सूरज की किरणें तथा हवा जैसे तत्वों की आवश्यकता है। परन्तु मनुष्य के परिश्रम के बिना ये सभी साधन व्यर्थ हैं। यदि मनुष्य अपने परिश्रम के द्वारा इसे भली प्रकार से नहीं सींचे तब तक इन सब साधनों की सफलता नहीं होगी। अत: मानव श्रम फसल के लिए सबसे अधिक आवश्यक है।
नदियों के पानी का जादू' इसलिए कहा है क्यूंकि बिना पानी के फसल की पैदावार संभव नहीं हो सकती है और फसलों की सिचाई के लिए नदियों का पानी इस्तेमाल किया जाता है |
Similar questions