Features of letters in hindi
Answers
) पत्र का टाइप करना,
(4) पत्र को लिफाफे में रखना,
(5) टिकट लगाना, एवं
(6) पत्र को भेजना ।
(1) पत्र का कागज:
पत्र के लिए जो कागज प्रयोग में लाया जाये, वह उत्तम किस्म का होना चाहिए । वह न तो अधिक मूल्यवान् अर्थात् अनावश्यक रूप से खर्च बढ़ाने वाला न हो और न निम्न कोटि का ही हो । मितव्ययिता का पूर्ण ध्यान रखना चाहिए । प्रयोग में आने वाले कागज का रंग प्राय: सफेद ही होना चाहिए ।
वैसे रंगीन कागज भी प्रयोग में लाया जा सकता है । इस दशा में यह देख लेना चाहिए कि लिखने वाली स्याही या टाइप के रिबन का रंग उस पर ठीक मेल खाये । इसके अलावा लैटर पैड की प्राय: दो साइजें प्रचलित हैं: 20X26 से.मी. और 13X21 से.मी. । साइज के सम्बन्ध में कोई नियत नियम नहीं है । पत्रों के साइज का चुनाव व्यापार की आवश्यकताओं के अनुरूप तथा पत्र में लिखी जाने वाली विषय-सामग्री के अनुसार ही होना चाहिए ।
(2) लिफाफे आदि:
देखने में आता है कि व्यापार-गृही में चौकोर लिफाफे प्रयोग में नहीं लाये जाते । साधारण: 9X15 से॰मी॰ से 8X16 से॰मी॰ साइज के लिफाफे अधिक प्रयोग होते हैं । यदि पत्रों के साथ अन्य प्रलेख भी भेजे जायें, तब बड़े साइज के लिफाफे 10.5X23 से॰मी॰ से 12X28 से॰मी॰ प्रयोग में लाये जाने चाहिए ।
लिफाफे के नीचे बायीं ओर प्रेषक, व्यापारिक फर्म का नाम व पता छपवा लेना चाहिए जिससे कि कर्मचारी इन्हें अपने लिए प्रयोग में न ला सकें । लिफाफे का कागज भी अच्छी किस्म का सफेद रंग का होना चाहिए यदि कार्बन का प्रयोग किया जाता है तो काला कार्बन अधिक उत्तम होता है । नी