find out the ratio for each row and State
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sorry but the question is incomplete
(●^、^●)
नàनिलिखत गɮयांश को Úयानपू
वकर् पढ़कर पू
छे गए प्रæनɉ के उƣर िलिखये।
अग्रं ेजɉ के आने से पहले भारत मɅ एक परंपरा थी िक साल भर की उपज का एक िहèसा राजा का भाग माना जाता
था जो सांझे मɅ खेती करने वाले िकसान िजनका जमीन पर सयं ु
क्त èवािम×व होता था या अपने गांव का खु
द प्रबंध
करने वाला ग्रामीण समाज िखराज या कर के Ǿप मɅ शासक को दे देता था । सालाना पैदावार के घटने बढ़ने के
साथ राजा का भाग भी अपने आप घट बढ़ जाता था । अंग्रेजɉ ने इस पु
रानी परंपरा को ख×म करके एक िनिæचत
नकद रकम के Ǿप मɅ मालगजारी ल ु ेना शु
Ǿ िकया। यह रकम जमीन के िहसाब से तय की जाती थी और साल भर
मɅ पैदावार चाहे कम हु
ई हो या Ïयादा, जो रकम पहले से तय कर दी गई थी वही वसल की जाती थी और ू
Ïयादातर मालगजारी अलग ु -अलग åयिक्तयɉ पर लगाई जाती थी। जो या तो खु
द खेती करने वाले काæतकार थे या
सरकार ɮवारा िनयु
क्त िकए गए जमींदार थे। इसके बाद जो कसर बची थी वह भारत के इंग्लड क ɇ े ढंग की जमींदारी
प्रथा और वहां की पूंजीवादी कानू
न åयवèथा जारी करके पू
री कर दी गई। इस पिरवतन क र् े ɮवारा åयवहार मɅ अग्रं ेज
िवजेताओं की हु
कूमत का सारी जमीन पर अितम अिधकार कायम हो गया और िकसान महज द ं सर ू े की जमीन पर
लगान देकर खेती करने वाला बन गया। लगान ना देने पर उसे जमीन से बेदखल िकया जा सकता था। या अग्रं ेज
सरकार ने जमीन कुछ ऐसे लोगɉ को दे दी िजनको उसने जमींदार नामजद करना पसद िकया। यह लोग भी सरकार ं
की मजीर् से ही जमीन के मािलक थे और मालगजारी ना द ु ेने पर उनसे भी जमीन छीन ली जा सकती थी।
प्रæन 1. ‘मालगजारी
ु , जमींदारी, Ïयादातर’ शÞदɉ मɅ से प्र×यय छाँिटए। (उदाहरण पूंजीवादी=पूंजी+वादी)
प्रæन 2.‘सालाना’ शÞद से आप क्या समझते हɇ?
प्रæन 3.अपने पिरवार की सहायता से उपरोक्त गɮयांश मɅ से उदर् कू े शÞद छाँिटए।
प्रæन 4. ‘जमीन, मािलक, राजा’ के िवलोम शÞद िलिखए ।
प्रæन 5. इस गɮयांश के िलए उपयक्त शीष ु क िलिखए।