फ़रमान मुगलिया ठुकराकर,
किसने निज शीश कटाया था ?.
अंधी आँखों से चमत्कार ,
किस राजा ने दिखलाया था ?
Answers
Answer:
Explanation:
1. Bahadur Singh
2. Prithviraj Chauhan
फरमान मुगलिया ठुकराकर गुरु तेग बहादुर ने निज शीश कटाया था।
अंधी आंखों से चमत्कार पृथ्वीराज चौहान ने दिखलाया था।।
Explanation:
गुरु तेग बहादुर जो कि सिखों के नौवें गुरु थे, उनको औरंगजेब ने इस्लाम धर्म कबूल करने के लिए अपना फरमान सुनाया था। लेकिन गुरु तेग बहादुर ने औरंगजेब के फरमान को ठुकरा दिया। उन्होंने औरंगजेब द्वारा हिंदुओं को जबरदस्ती मुसलमान बनाने का विरोध किया था और औरंगजेब द्वारा उनको इस्लाम कबूल करने को भी मना कर दिया। उन्होंने कहा कि वह अपना शीश तो कटा सकते हैं, लेकिन अपना शीश झुका नहीं सकते और इस्लाम कबूल नहीं करेंगे। तब औरंगजेब में 1675 में दिल्ली के चांदनी चौक में उनका सिर कटवा दिया। जहां पर उनकी स्मृति में शीश गंज गुरुद्वारा है और दिल्ली में जहां पर उनका दाह संस्कार हुआ वहां पर रकाबगंज गुरुद्वारा है।
पृथ्वी राज चौहान दिल्ली व अजमेर के एक राजपूत राजा थे। उनके और मुस्लिम आक्रमणकारी मोहम्मद गोरी के बीच 1191-1192 में तराइन के दो युद्ध हुए थे। पहले युद्ध में पृथ्वीराज चौहान ने मोहम्मद गौरी को बुरी तरह परास्त कर दिया था और अपनी उदार-हृदयता के कारण मोहम्मद गोरी को छोड़ दिया। मोहम्मद गोरी फिर अपनी हार का बदला लेने आ गया और तराइन के दूसरी पृथ्वीराज चौहान को छल और कपट से हराकर अपने साथ गजनी ले गया। वहाँ उसने पृथ्वीराज चौहान की दोनो आँखे फोडकर अंधा दिया। पृथ्वीराज चौहान शब्दभेदी बाण चलाने के उस्ताद थे। वह आवाज सुनकर तीर चला सकते थे। गौरी ने मृत्युदंड देने से पहले उनके शब्दभेदी बाण का कमाल देखना चाहा. पृथ्वीराज के मित्र और कवि चंदबरदाई भी वहाँ पहुंच गये थे। चंदबरदाई ने पृथ्वीराज को मुहम्मद गोरी जहाँ पर बैठा था, वहाँ की स्थिति की जानकारी दे दी और पृथ्वीराज चौहान ने मुहम्मद की गोरी की आवाज के आधार पर शब्द वेधी वाण चलाकर मुहम्मद गोरी का काम तमाम कर दिया।