Format of Anaupcharik and Aupcharik patra ? If you give right answer i will mark as a brainliast
Answers
Preshak ka pata:
Dinank:
Patra praptakarta adhikari ki upadhi:
Adhikari ka pata:
Vishay:
Sambodhan,
____________________vishay par do paragraph __________________
Dhanyavaad
Bhavadiya
Preshak kaa naam
Anaupcharik patra-
Preshak ka pata:
Dinank:
Adaraniya/priya bhai/behen/mata/pita etc.
_________________paragraph____________________
Aapka pyaara bhai/behen/beta etc.
Naam
अनौपचारिक पत्र लेखन में ध्यान रखें की जिसको आप पत्र लिख रहे हैं उनसे आपका निजी परिचय है और उनसे व्यक्तिगत संबंध भी हैं. इस तरह के पत्र लेखन में व्यक्तिगत सुख-दुख का ब्योरा एवं विवरण के साथ व्यक्तिगत संबंध को उल्लेख किया जाता है.
अपने परिवार के लोग मित्र एवं निकट संबंधियों को इस तरह के पत्र लिखे जाते हैं.
हिंदी औपचारिक पत्र, लेखन में ध्यान रखें की जिसको आप पत्र लिख रहे हैं उनसे आपका कोई निजी परिचय नहीं है. यदि आपका व्यक्तिगत लगाव या परिचय भी हो तो लेखन में वह व्यक्त नहीं होना चाहिए. औपचारिक पत्र लेखन में मुख्यतः संदेश, सूचना एवं तथ्यों का ही अधिक महत्व दिया जाता है
पिताजी को पत्र - अनौपचारिक पत्र Format
स्थान का नाम ………
तिथि …………
पूजनीय पिता जी,
सादर प्रणाम
कल ही संध्याकालीन भारतीय डाक से आपका पत्र मिला. आप सभी का कुशल-क्षेम जानकर अत्यधिक प्रसन्नता हुई. यहां पर गौरव और मीनाक्षी भी ठीक हैं.
आपने अपने पत्र में परीक्षा की तैयारी के विषय में पूछा था. आपको बता दूं कि हमारी तैयारी पूरी हो चुकी है जो भी बचा है मैं समय रहते पूरा कर लूंगा. हमें कुछ और पुस्तक खरीदने की आवश्यकता है जो हमारी प्रतियोगिता परीक्षाओं के लिए उत्तम सिद्ध हो सकता है.
मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि ₹10,000 हमें भेज दें. मैं उससे पुस्तक खरीद लूंगा.
शेष सब कुशल है. माता-जी, बुआ आदि को मैं और मेरे मित्र उनको प्रणाम कहते हैं.
आपका सदैव आज्ञाकारी पुत्र
नाम………
पोस्ट मास्टर के नाम औपचारिक पत्र
परीक्षा भवन
नई दिल्ली
दिनांक - 20 जनवरी 2019
डाकपाल महोदय
संसद मार्ग
नई दिल्ली
प्रिय महोदय,
विषय - रजिस्ट्री पत्र प्राप्त ना होने की शिकायत
डाकपाल महोदय का निवेदन के साथ आपका ध्यान आकर्षित करना चाहता हूं कि, मैंने 20 दिसंबर 2019 को अपने पिता के नाम एक पत्र रजिस्ट्री के द्वारा भेजा था. किंतु उसे एक महीने के बाद भी प्राप्त नहीं हो पाया है.
मैंने अपने गांव स्थित डाकघर से भी संपर्क स्थापित करने का प्रयत्न किया था. वहां के डाक मास्टर ने बताया कि इस तरह का हमें कोई पत्र प्राप्त नहीं हुआ है. रजिस्ट्री पत्र का रसीद नंबर 234 है जो 20 दिसंबर 2019 को भेजा गया था. रशीद का फोटो स्टेट कॉपी पत्र के साथ संलग्न है.
आपसे प्रार्थना है कि इस संबंध में आवश्यक जांच पड़ताल कर के मुझे मामले की वास्तविक स्थिति से अवगत किया जाए.
धन्यवाद
भवदीय
कुलदीप कुमार झा.