Forwarded
अपने विद्यालय में हुए नाटक का वर्णन करते हुए
अपने मित्र को पत्र लिखें।
9:02am
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Answer:
pehle apna address left
fir date
fir mitra address
ka fir priya mitra
and then start ur letter and end it by
tumhara mitra
xyz
Answer:
आशा है आपको उत्तर अच्छा लगेगा
Explanation:
पलामु
19 मई 2009
प्रिय सुरेश,
सप्रेम नमस्तें
बहुत दिनों के बाद तुम्हारा पत्र मिला । मै तो सोच रहा था कि शायद तुम मुझे भूल ही गये हो। तुमने अपने पत्र में रेल-यात्रा की बड़ा ही सुन्दर वर्णन किया है। इस पत्र में मै सोनपुर के मेले का वर्णन कर रहा हूँ। सोनपुर मेला सारे भारत में प्रसिद्ध है। इसे हरिहर क्षेत्र का मेला भी कहते हे। प्रतिवर्ष कार्तिक मास की पूर्णिमा को यह मेला लगता है। यह मेला करीब एक महीना तक रहता हेै। दुर-दुर से लोग मेला देखने के लिये आते है।
यह मेला बहुत बड़ा पशु मेला है। इसमें हाथी, घोड़े, ऊँट, गाय, बैल, भैस, बकरी, भेड़ आदि पशु बिकते है। पशुओं के अलावे कपड़े, मिठाई, खिलौने आदि की भी दूकाने रहती है। मेले में मनोरंजन के साध्न भी रहते है। सिनेमा, सर्कस, नौटंकी, जादू के खेल आदि को देखकर लोग अपने जीवन की नीरसता को दूर करते है। व्यापारियों को इस मेले मं अच्छी आय होती है। यह मेला देखने योग्य है। अगले वर्ष हमलोग सोनपुर मेला देखने के लिये जायेगे।
पत्रोत्तर की प्रतिक्षा में।
पता:-................................... तुम्हारा अभिन्न
.................................... नामः-...................
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