Hindi, asked by diwakar6352, 1 year ago

G
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Uo Grunw'
3ST \।
“अपराठे चरित्र की रात अर
कर्मठता में ही जीवन में ऊँचा पद
अब मान-सम्मान समता हैं।'
TO इस कप्त है अहमत है।
ॐ ६ इक पल में समत हूँ।

Answers

Answered by vaishalibaghel45
0

what I can do help for you

Answered by Meghnateesta
0

I can't understand......

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